डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान को बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है और इसके लिए वह कांग्रेस पर हमले कर रही है। जानिए, कांग्रेस ने इस पर क्या कहा है।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर जबरदस्त हमला बोलकर नई बहस छेड़ दी है। दूसरी तरफ भाजपा इस बयान से बहुत तिलमिलाई हुई है। भाजपा और आरएसएस सनातन धर्म के विचारों का खुलकर समर्थन करते हैं। सनातन धर्म मनु स्मृति जैसी जाति व्यवस्था का समर्थन करता है।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने अपने उस नेता को डीएमके से बाहर कर दिया है, जिसने बीजेपी नेता और एक्ट्रेस खुशबू सुंदर और राज्यपाल पर कथित अभद्र टिप्पणियां की थीं। अभी तक वो सिर्फ निलंबित था। लेकिन खुशबू ने बयान देकर इसमें स्टालिन से हस्तक्षेप की मांग की थी।
आयकर विभाग ने कंपनी के
कर्नाटक, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु समेत कई दफ्तरों में
एक साथ 75 से अधिक स्थानों पर
छापेमारी की। 75 जगहों में से
अकेले चेन्नई में ही 50 ठिकानों पर
छापेमारी की गई।
इन छह राज्यों में महाराष्ट्र की दो सीटों चिंचवाड और कस्बा पेठ, तमिलनाड़ु की इरोड, प.बंगाल की सागरदीघी, झारखंड की रामगढ़ और अरुणांचल प्रदेश की लुमला सीटों के नतीजे आए
तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके और राज्यपाल आर एन रवि की लड़ाई अब पुलिस तक भी पहुंच गई है। एक डीएमके नेता के बयान की शिकायत गवर्नर दफ्तर ने पुलिस में की है और एफआईआर की मांग की है।
मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु के पूर्व सीएम पलानीस्वामी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।
डीएमके सांसद ए राजा ने अलग तमिलनाडु का मुद्दा छेड़कर विवाद खड़ा कर दिया है। बीजेपी ने जहां इसकी कड़ी निन्दा की है, वहीं तमाम लोग ्अब पेरियार को याद कर रहे हैं। जो अलग तमिल पहचान की बात करते रहे हैं और पूरी द्रविड़ राजनीति को उसी तरह आकार देने में सफल रहे।
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके के एक नेता ने ऐसा विवादित बयान दे दिया है जिससे फिर से हिंदी पर बहस शुरू हो सकती है। क्या हिंदी और ग़ैर हिंदी का विवाद फिर उठेगा?
मेडिकेल प्रवेश परीक्षा नीट से राज्य को छूट देने का प्रावधान करने वाले विधेयक को तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा लौटाए जाने के मामले में राज्यसभा में हंगामा।
केंद्र सरकार के आयकर-विभाग ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर छापे मार दिए हैं और उनमें से कुछ को गिरफ्तार भी कर लिया है। चुनावों के दौरान इनको लेकर ख़बरें उछलवाने का उद्देश्य क्या है?
तमिलनाडु में कई बार विरोध का सामना कर चुके प्रधानमंत्री मोदी की इस बार राज्य में चुनाव प्रचार करने की माँग बढ़ गई है! बीजेपी के विरोधी गठबंधन के दल डीएमके के नेता उनसे चुनाव प्रचार करने का आग्रह कर रहे हैं!
तमिलनाडु में 6 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव से ऐन पहले विपक्षी दल डीएमके नेता एम के स्टालिन के रिश्तेदार के घर आयकर छापे पड़े हैं। डीएमके ने आरोप लगाया है कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है।