भारत जोड़ो आंदोलन के नाम पर भारत तोड़ो आंदोलन चलाने जैसी मानसिकता रखने वाले कुछ लोगों ने बीते रविवार को दिल्ली में स्थित जंतर-मंतर पर नफ़रती नारे लगाए।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर मुसलमानों के ख़िलाफ़ लगाए गए नफ़रती नारों के मामले में न्यायिक हिरासत में बंद बीजेपी सदस्य अश्विनी उपाध्याय को ज़मानत मिल गई है।
संसद मार्ग थाने के पास खुलेआम भड़काऊ नारेबाज़ी। दिल्ली में आग लगाने की कोशिश। भावनाएं भड़काने वालों के चेहरे भी साफ हैं। फिर दिल्ली पुलिस के हाथ क्यों बंधे हैं?
राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को समान नागरिक संहिता के समर्थन में एक रैली हुई, लेकिन उसमें मुसलमानों के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक नारे लगाए गए। दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता ने इसका आयोजन किया था।
दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस के कामकाज और उसके रवैए पर गंभीर टिप्पणी की है। उसने कहा है कि वह दिल्ली पुलिस के 'उदासीन रवैए' से दुखी है।
दिल्ली के सत्र न्यायालय ने एक बेहद अहम फ़ैसले में दिल्ली पुलिस पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि उसने दिल्ली दंगा के दौरान गोली चलाने के अभियुक्तों के बचाव में साक्ष्य गढ़ा था।
कांग्रेस की कथित ‘टूलकिट’ विवाद को लेकर दिल्ली पुलिस ट्विटर के बाद अब कांग्रेस के दो नेताओं- राजीव गौड़ा और रोहन गुप्ता के पीछे पड़ गई है। इसने दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर जाँच में शामिल होने को कहा है।
कोरोना वैक्सीन नीति पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना वाले पोस्टर का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया है। इन पोस्टरों को चिपकाने वालों के ख़िलाफ़ दर्ज की गई दिल्ली पुलिस की एफ़आईआर को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई है।
दिल्ली पुलिस की इस हरकत के बाद केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है और उसमें उसी पोस्टर को अटैच कर कहा है कि पुलिस उन्हें भी गिरफ़्तार करे।
दिल्ली पुलिस ने कोरोना के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ राजधानी में पोस्टर लगाने के आरोप में 15 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में 17 लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज किया है।
दिल्ली की एक अदालत ने बाटला हाउस मुठभेड़ में आरिज़ ख़ान को दोषी पाया है। उस पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की हत्या करने का आरोप था। वह आतंकवादी गुट इंडियन मुजाहिदीन का सदस्य है।
पिछले साल फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों की जाँच को लेकर विवादों में घिर चुकी दिल्ली पुलिस की तीखी आलोचना अब अदालत भी कर रही है। दिल्ली हाई कोर्ट ने एक अभियुक्त के कथित कबूलनामे के लीक होने की जाँच रिपोर्ट पर पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि यह 'आधा-अधूरा और बेकार काग़ज़ का टुकड़ा है।'