अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी लगातार दूसरी बार और वह भी धमाकेदार जीत दर्ज कैसे कर पाई? क्या केजरीवाल के हनुमान चालीसा पाठ ने कमाल किया या बीजेपी के 'शाहीन बाग़' के मुद्दे ने मुसलिम वोटों को 'आप' की तरफ़ मोड़ दिया? या फिर इन दोनों मुद्दों ने केजरीवाल को फ़ायदा पहुँचाया। देखिए शीतल के सवाल में वरिष्ठ पत्रकार यूसुफ़ अंसारी के साथ चर्चा।
शिवसेना ने कहा है कि दिल्ली चुनाव में बीजेपी के ख़राब प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से ज़्यादा गृह मंत्री अमित शाह ज़िम्मेदार हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद बुधवार को हुई आम आदमी पार्टी की बैठक में पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगने के कारण अगर बीजेपी को सांप्रदायिक कहा जाता है तो जब मुसलमान किसी पार्टी को एकमुश्त वोट देते हैं तो उस पार्टी को सांप्रदायिक क्यों नहीं माना जाए?
दिल्ली के चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि जो इतिहास से सबक़ नहीं लेते वे इतिहास को दोहराने के लिए अभिशप्त होते हैं। क्या आप और बीजेपी में यही फ़र्क है?
प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमति शाह सहित पूरी बीजेपी के जुटने के बावजूद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में ज़बरदस्त शिकस्त दी। बीजेपी क्यों हार गयी? क्या केजरीवाल से निपटना मोदी के वश की बात नहीं? मोदी के लिए बड़ी चुनौती क्यों साबित हो रहे हैं केजरीवाल? क्या मोदी को डरना चाहिए? देखिए आशुतोष की बात।
प्रधानमंत्री मोदी से लेकर बीजेपी के सांसद और समर्थक तक हर नेता शाहीन बाग़ को उछालते रहे, लेकिन बीजेपी की ज़बरदस्त हार हुई। ओखला में ही बीजेपी को काफ़ी कम वोट मिले और आप के अमानतुल्ला ख़ान ने रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज क्यों की? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ चर्चा।