निर्वेंद्र मिश्रा की हत्या से कई सवाल खड़े होते हैं। क्या उत्तर प्रदेश में जंगल राज है, कानून-व्यवस्था क्यों नहीं सुधर रही? इससे निपटने के लिए योगी सरकार के पास क्या योजना है?
उत्तर प्रदेश में वाकई जंगल राज आ चुका है। बीते 24 घंटों में ही कई ज़िलों में ताबड़तोड़ हत्याएं हुयी हैं। जनता आक्रोश में सड़कों पर उतर रही है। कुशीनगर में हत्या कर भाग रहे युवक को भीड़ ने पुलिस की पकड़ में पीट-पीट कर मार डाला।
34 यात्रियों से भरी प्राइवेट बस को देर रात आगरा से अपहृत करके अज्ञात स्थान पर रखने और 15 घंटे बाद अपहरणकर्ताओं द्वारा इटावा के एक ढाबे के सामने छोड़ कर चले जाने की कहानी लोगों के गले नहीं उतर रही है।
उत्तर प्रदेश में भयमुक्त समाज और अपराध मुक्त प्रदेश के नारे के साथ सत्ता में आयी योगी सरकार की चूलें ताबड़तोड़ हो रही हत्याओं ने हिला दी है। अकेले गुरुवार और शुक्रवार सुबह तक आठ पुलिसवालों सहित डेढ़ दर्जन लोग मारे जा चुके हैं।