केंद्र सरकार ने अपने कामकाज की जगह से गृह प्रदेश जा रहे प्रवासी मज़दूरों पर नज़र रखने और उनके बारे में लगातार और पूरी जानकारी रखने के लिए एक ऑनलाइन डैशबोर्ड शुरू किया है।
लॉकडाउन के कारण हज़ारों मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इससे वंचित तबके को भयंकर नुक़सान हुआ है लेकिन बीजेपी समर्थक तबके पर कोई असर नहीं होगा।
राहुल गांधी ने शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाताओं से बातचीत की। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार को ग़रीबों, किसानों के खातों में सीधे पैसे डालने चाहिए।
बीस लाख करोड़ का पैकेज, इतिहास में सबसे बड़ा! मगर ग़रीबों और मिडिल क्लास को क्या मिला? आलोक अड्डा में आशुतोष और वरिष्ठ आर्थिक विशेषज्ञ टीसीए श्रीनिवास राघवन और बिज़नेस स्टैंडर्ड के संपादकीय निदेशक ए के भट्टाचार्य से बातचीत!
जापान कोरिया सिंगापुर हांगकांग से एक साथ वहाँ बसे भारतीयों से सत्य हिंदी ने पूछा कि कोरोना के मामले में उनकी सफलता का राज क्या है । राहुल अनिल समर अनार्य और संतोष पांडेय ने वहाँ के हाल बताये । भारत के लिए वहाँ के अनुभव से क्या सबक़ मिलते हैं? शीतल पी सिंह की बातचीत
झारखंड में बीते कुछ दिनों में कोरोना के जितने मामले आए हैं, उनमें अधिकतर प्रवासी मजदूरों के हैं। ऐसे में राज्य सरकार के सामने लाखों लोगों का टेस्ट कराना एक बड़ी चुनौती है।
जिंदगी भर महानगरों में नौकरी करने वाला देवराम जब कोरोना संकट के कारण गांव को लौटा तो रास्ते में ही थक कर बैठ गया। साथ के लोग उसे छोड़कर चले गये। थोड़ी देर बाद उसने दम तोड़ दिया।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में कृषि, पशुपालन, मछली पालन, डेयरी उद्योग के लिए क्या है, इस बारे में बताया।