बिहार में कोरोना के 6,355 मामले आ चुके हैं, बढ़ते ही जा रहे हैं, पर सरकार क्वरेन्टाइन केंद्र बंद कर रही है, उसका कहना है, इसकी ज़रूरत अब नहीं रही। क्या वाकई बिहार में क्वरेन्टाइन करने की ज़रूरत नहीं है? क्यों बिहार इस महामारी में आग से खेल रहा है? क्यों सरकार लोगों की जान की परवाह नहीं कर रही है? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।