लगता है कि मोदी सरकार की कोरोना पर कोई साफ़ योजना नहीं है और वह सिर्फ़ भाषणों से ही काम चलाना चाहते हैं। क्योंकि महामारी बेलगाम है और निपटने की सरकारी तैयारी लापता है।
भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या छह लाख के पार पहुँच गई है। आज सुबह ही यह संख्या 5 लाख 85 हज़ार के पार थी लेकिन दिन में संक्रमण के मामले आने के बाद यह संख्या 6,00,032 हो गई।
कोरोना संक्रमण पर भले ही लगातार दावे किए जा रहे हों कि रिकवरी रेट यानी मरीज़ों के ठीक होने की दर बढ़ गई है और डबलिंग रेट में सुधार है, लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने की रफ़्तार उन सब दावों पर पानी फेर देता है।
कई कोरोना मरीज़ ऐसी मनोस्थिति में चले जा रहे हैं जो काफ़ी डरावनी है। कई मरीज़ों को लगा कि उनकी हत्या की जा रही है। किसी को लगा कि उन्हें ज़िंदा जलाया जा रहा है। यह बिल्कुल डरावने सपने जैसा है।
रिटायर्ड IAS राजू शर्मा आज शीतल के सवालों के सामने थे। अर्थव्यवस्था और समाज पर कोरोना संकट के पड़ते प्रभाव की समीक्षा के लिए उनसे ज्ञानवर्धक संवाद हुआ। खेती के सिवा अर्थव्यवस्था के किसी और उपादान से कोई सकारात्मक सूचना नहीं है और कोरोना का वायरस अभी तक मनुष्यों से ज़्यादा स्मार्ट निकला है।
दिल्ली में कोरोना पर नियंत्रण के लिए गृह मंत्री अमित शाह आगे आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन सीन से ग़ायब हैं। हर्ष वर्धन एम बी बी एस डॉक्टर हैं। कोरोना पर राजनीति का इससे बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता।
मॉरिशस उन चंद देशों में से है जिसने कोरोना वायरस से जंग में जीत हासिल की है। उसने ये लड़ाई कैसे जीती इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने बातचीत की मॉरिशस में अध्यापन कर रहे आशुतोष देशमुख से।
महाराष्ट्र में 31 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। अब तक जिस तरह ज़रूरी वस्तुओं की दुकानें (दूध, सब्जी और दवाइयां) खुलती रही हैं, उसी तरह उन्हें छूट जारी रहेगी।
हैदराबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज़ साँस नहीं ले पा रहा था और कथित तौर पर वेंटिलेटर सपोर्ट हटा लिया गया। कुछ देर में ही मरीज़ की मौत हो गई। इसका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है।