ऐसे समय जब भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों की सरकारों पर उचित संख्या में रोगियों की कोरोना जाँच नहीं कराने का आरोप लग रहा है, प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा है कि प्रभावशाली जाँच होनी चाहिए।
बड़ी बड़ी दवा कम्पनियाँ कोरोना के सस्ते इलाज के ख़िलाफ़ लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं और 45 - 45 हज़ार की महँगी दवा लेने के लिए मजबूर कर रहीं हैं। मुंबई के डा अशोक सिंह और इंग्लैंड के डा अशोक जैनर बता रहे हैं क्या है कोरोना का बेहतर इलाज।
पिछले दो दिनों में कोरोना टेस्टिंग पहले की अपेक्षा काफ़ी कम हो गई है। 21 सितंबर को 9 लाख 33 हज़ार टेस्टिंग की गई जबकि 20 सितंबर को 7 लाख 31 हज़ार टेस्टिंग की गई थी।
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले हर रोज़ सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। कुल संक्रमितों के मामले में भी भारत अब बस अमेरिका से ही पीछे है। अमेरिका, ब्राज़ील व भारत के अलावा दुनिया के दूसरे देशों में स्थिति इतनी ख़राब क्यों नहीं?
संसद के मानसून सत्र को छोटा करने की जो आशंका पहले से जताई जा रही थी उस पर लगता है अब अमल होने जा रहा है। सरकार ने विपक्षी दलों से चर्चा के बाद लोकसभा के मानसूत्र सत्र को कम करने का फ़ैसला ले लिया है।
वैसे तो आधिकारिक तौर पर कोरोना संक्रमण के आँकड़े हर रोज़ 95 हज़ार के आसपास आ रहे हैं, लेकिन वास्तविक रिपोर्ट इससे कहीं ज़्यादा 2-2.5 लाख के आसपास हो सकती है।