भले ही कोरोना संक्रमण के प्रति आप ऐसे अभ्यस्त हो गए हों कि यह आपको इससे फर्क न पड़ता हो, लेकिन पूरी दुनिया फिर और ज़्यादा गंभीर चपेट में है। पहली बार एक दिन में 5 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए।
फ्रांस में कोरोना संक्रमण नियंत्रित हो गया तो 27 मई को एक दिन में सिर्फ़ 191 नये केस आए थे। 25 अक्टूबर को एक दिन में 52 हज़ार से ज़्यादा केस आए हैं। यह एक दिन में फ्रांस में सबसे ज़्यादा केस है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ चुकी है।
देश में ही विकसित जिस कोरोना वैक्सीन को 15 अगस्त तक लोगों को उपलब्ध कराने का शोर मचाया गया था उसके तीसरे चरण का ट्रायल अब शुरू होगा। आईसीएमआर और भारत बायोटेक की इस वैक्सीन को क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण के लिए मंजूरी मिल गई है।
कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में भाग लेने वाले ब्राज़ील के एक नागरिक की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है। हालाँकि अब एक मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मृतक व्यक्ति को अब तक ट्रायल वाली वैक्सीन नहीं लगाई गई थी।
टेस्टिंग में हिन्दुस्तान 105वें नंबर पर है। कोई पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जिससे भारत की स्थिति बेहतर हो। फिर भी प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारत संभली हुई स्थिति में है। यह कोरोना काल का सबसे बड़ा मजाक है।
Suniye Sach। मोदी ने फिर नहीं की ज़रूरी मुद्दों पर बात, कोरोना पर दोहराया राग।पंजाब में कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रस्ताव, कैप्टन बोले-सरकार गिरे तो गिरे
मोदी जी की चेतावनी अभी कितनी ज़रूरी और क्या है इसका अर्थ? त्योहारों पर बोले मोदी लेकिन राजनीतिक त्योहार को क्यों किया नज़रअंदाज? देखिए पीएम मोदी के भाषण के विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, अंबरीश कुमार और हर्षवर्धन त्रिपाठी के साथ।
यूरोप में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर है तो हमें सचेत हो जाना चाहिए। क्योंकि त्योहार का मौसम है और प्रदूषण बढ़ने से भी संक्रमण के फैलने की आशंका जताई गई है।
पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं होगा। यानी सिर्फ़ पंडाल के आयोजक ही अंदर जा सकेंगे। कलकत्ता हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना टीकाकरण में राज्य, केंद्र और सिविल सोसाइटी की भूमिका होगी। इसके साथ ही इसके पास मजबूत सूचना प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवाओं का आधार होना चाहिए।
यूरोप फिर से कोरोना की चपेट में है। यानी महाद्वीप में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो गई है। कई देशों में लॉकडाउन की तैयारी है, स्कूल, बार और रेस्तराँ फिर से बंद किए जा रहे हैं। क्या दुनिया भर के देशों के लिए यह सचेत होने वाली स्थिति नहीं है?
देश में 16 सितंबर को क़रीब 98 हज़ार कोरोना संक्रमण के मामले आए थे, लेकिन क़रीब एक महीने में 13 अक्टूबर को संक्रमितों की संख्या क़रीब 55 हज़ार ही रही है। क्या कोरोना संक्रमण ढलान पर है?
कोरोना में मौत वायरस से नहीं बल्कि उसके चलते फेफड़े में निमोनिया से होती है। इससे मौत रोकने के लिए डाक्टरों ने इलाज खोज लिया है वो है स्टेरॉइड। डॉ. अशोक सिंह, डॉ. आशुतोष चिटनीस और डॉ. मीनाक्षी धर से सुनिए इस अदभुत दवा के बारे में।