दुनिया में कोरोना-वैक्सीन का लोक-प्रयोग करने वाला पहला देश ब्रिटेन है। इसने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्रेजनेका की वैक्सीन नहीं, अमेरिकी कम्पनी फाइज़र के टीके को प्रयोग की इजाज़त दी।
भारत में जिन तीन कंपनियों ने वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन किया था उन्होंने वैक्सीन से जुड़ी पूरी जानकारी मुहैया नहीं कराई थी। इसीलिए किसी को भी मंजूरी नहीं मिली है।
कोरोना की वैक्सीन आ गई। भारत में भी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए कम से कम तीन कंपनियों ने आवेदन कर दिया है। तो क्या भारत की समस्या पूरी तरह ख़त्म हो गई?
दुनिया में तीन वैक्सीन को आपातकालीन मंजूरी मिलने से कोविड—19 महामारी से मानव जाति को छूटकारे के आसार तो बने हैं मगर चुनिंदा देशों द्वारा वैक्सीन की जमाखोरी से पिछड़े देशों के लंबे समय तक पीड़ित रहने की आशंका भी बढ़ी है।
कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफ़वाह फैला रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन में चिप है। इस तरह के कई झूठी जानकारियों पर सुनिए ब्रिटेन से विशेषज्ञ डॉ. रेणु जैनर और दिल्ली से डॉ. विनोद कुमार की बेबाक़ राय।
कोविड-19 के संक्रमण ने सारी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। हम इंसान भले ही अपने को धरती का सर्वश्रेष्ठ जीव मानते हों, मगर प्रकृति के लिए इंसान और मामूली कीड़े में कोई भी अंतर नहीं है।
कोरोना की वैक्सीन देश में 130 करोड़ की आबादी को एक साथ देना संभव तो होगा नहीं, फिर किस आधार पर तय होगा कि सबसे पहले वैक्सीन किसे लगाई जाए? एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया इसका जवाब देते हैं।
वैक्सीन पर ख़ुशख़बरी है। वैक्सीन आख़िरकार इंसानों को अब लगने लगेगी। ब्रिटेन पहला देश बन गया है जहाँ फाइजर वैक्सीन को हरी झंडी मिल गई है। अगले हफ़्ते से यह टीका लगाया जाने लगेगा।
कोरोना वैक्सीन के आपात उपयोग के लाइसेंस के लिए सीरम इंस्टीट्यूट दो हफ़्ते के अंदर नियामक संस्था को आवेदन करेगा। सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के बाद यह कहा।
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा कितनी कारगर है या इसका कैसा असर है, इस सवाल का शायद तब उत्तर मिल गया होगा जब लेडी श्रीराम कॉलेज की एक छात्रा ऐश्वर्या रेड्डी ने आत्महत्या कर ली।
बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को नई गाइडलाइंस जारी की है। अब राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को रात का कर्फ़्यू और स्थानीय तौर पर पाबंदी लगाने की छूट होगी। लॉकडाउन लगाए जाने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी लेनी होगी।
कोरोना के खौफ़ के बीच वैक्सीन से लोगों की बड़ी उम्मीद बंधी है, लेकिन इसको सुरक्षित रखने और लोगों तक पहुँचाने की व्यवस्था कैसी होगी? क्या इसकी तैयारी सरकार ने की है और यदि की है तो यह तैयारी कैसी है?