ब्रिटेन से भारत लौटे लोगों में नये क़िस्म के कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध को 7 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। पहले 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक प्रतिबंध लगाया गया था।
भारत में जुलाई के बाद सबसे कम कोरोना के केस आने के बावजूद नये सिरे से चिंताएँ पैदा क्यों हो गई हैं? दरअसल, ब्रिटेन से आए यात्रियों में नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण मिलने के बाद अजीब सा डर है और यह अधिकारियों में भी दिख रहा है
भारत में भी पहली बार नये क़िस्म के कोरोना से संक्रमित मरीज़ पाए गए हैं। छह लोगों में नया स्ट्रेन या नये क़िस्म का कोरोना पाया गया है। ये सभी ब्रिटेन से लौटे थे।
देश में कोरोना वैक्सीन अगले महीने से लगनी शुरू होनी है। लेकिन इससे पहले ही इस पर फ़तवे की तलवार लटक गई है। मुसलिम धर्म गुरुओं नें कोरोना वैक्सीन के हलाल या हराम होने को लेकर बहस छेड़ दी है।
ब्रिटेन में मिले नये क़िस्म के कोरोना का खौफ़ अभी कम हुआ भी नहीं था कि एक और क़िस्म का कोरोना पाया गया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैंकॉक ने कहा है कि यह नयी क़िस्म दक्षिण अफ़्रीका से जुड़ा है।
ब्रिटेन और यूरोप में कोरोना के एक नए रूप से आतंक मचा हुआ है। क्या ये सचमुच पहले से ज़्यादा घातक है? क्या ये वैक्सीन के असर को कम कर देगा? भारत को क्या ख़तरा है? दो विशेषज्ञयों की राय।
नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण की चिंताओं के बीच अगले साल फ़रवरी तक सीबीएसई की कोई भी परीक्षा नहीं होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने इसकी घोषणा की है।
कोरोना का नया स्ट्रेन या नये क़िस्म का कोरोना कितना घातक है? ब्रिटेन में इसकी ख़बर आने पर दुनिया भर में चिंता क्यों बढ़ गई? क्या यह सिर्फ़ ब्रिटेन में ही है और क्या इस नये क़िस्म के कोरोना पर वैक्सीन कारगर होगी?
ब्रिटेन सहित कई देशों में नए क़िस्म के कोरोना के ख़ौफ़ के बीच महाराष्ट्र सरकार ने फिर से रात का कर्फ्यू लागू किया है। यह कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक रहेगा।
ब्रिटेन में कोरोना के नए क़िस्म के ख़ौफ़ के बीच भारत सरकार ने सोमवार को अहमतरीन फ़ैसला किया है। सरकार ने ब्रिटेन से आने वाली सारी फ़्लाइट्स पर रोक लगा दी है।
कोरोना की वैक्सीन की आ रही एक के बाद एक उम्मीद वाली ख़बरों के बीच ही कई देशों में कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है और मौत के रिकॉर्ड मामले आ रहे हैं।
देश में विकसित कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन के पहले फेज के ट्रायल में कोई भी दुष्प्रभाव नहीं मिला है। शरीर में इम्युन यानी प्रतिरक्षा की प्रतिक्रिया भी मिली है। पहले चरण के ट्रायल की रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई है।
वैक्सीन लगाई जा रही है तो क्या लेकिन ब्रिटेन में फिर से सख़्त लॉकडाउन की घोषणा की गई है। वहाँ इस आशंका से चिंता बढ़ी है कि कोरोना वायरस नये रूप में दिखा है यह काफ़ी तेज़ी से बढ़ रहा है।
ब्रिटेन और अमेरिका सहित पाँच देशों में कोरोना के एक वैक्सीन को लगाने की अनुमति मिल गई है। अब वैक्सीन को लेकर कई ख़तरों की चर्चा भी हो रही है। दो बड़े डॉक्टर और विशेषज्ञ बता रहे हैं वैक्सीन की असलियत।