Satya Hindi News bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। किसान बीते चार महीने से दिल्ली के बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में फिर से रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। गुरुवार को एक दिन में ही 35 हज़ार 952 संक्रमण के मामले आए। 24 घंटे में 111 लोगों की मौतें हुई हैं।
एसबीआई ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना संक्रमण के मामलों में जो तेज़ी आई है वह अगले महीने यानी अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में अपने शिखर पर होगी। यानी हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले अप्रैल तक बढ़ने के आसार हैं।
मुंबई में फिर से कोरोना बेकाबू हो गया है! शहर में एक दिन में 5185 संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। एक दिन में यह अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। एक दिन में शहर में छह लोगों की मौत हुई है।
बुधवार को कोरोना के मामलों ने एक बार फिर 40 हज़ार के आंकड़े को पार किया। देश में 24 घंटों में कोरोना के 47,262 नए मामले सामने आए और 275 लोगों की मौत हुई।
कोरोना के यूके स्ट्रेन यानी इंग्लैंड में पाए गए नये क़िस्म का कोरोना संक्रमण पंजाब में तेज़ी से फैला है। पंजाब में कोरोना संक्रमण के 401 सैंपल में से 81 फ़ीसदी यूके स्ट्रेन के ही वायरस मिले हैं।
ऐसे समय जब कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ रहा है और एक दिन में 40 हज़ार के आँकड़े को पार कर चुका है, केंद्र सरकार ने टीकाकरण का दायरा बढाने का फ़ैसला किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने होली से जुड़े ख़ास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसमें मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग और सैनिटाइज़र समेत दूसरे दिशा निर्देशों का तो पालन करना ही होगा, किसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम या जुलूस वगैरह के लिए प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी होगी।
भारत हर रोज़ सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले में अब तीसरे स्थान पर आ गया है। भारत में सोमवार को एक दिन में संक्रमण के क़रीब 40 हज़ार मामले आए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण उतना ज़्यादा फैला है जितना पहले कभी नहीं रहा। एक दिन में 30 हज़ार से भी ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। इससे एक दिन पहले 27 हज़ार मामले आए थे। ऐसा क्या हो गया कि अब कोरोना फिर से बेकाबू है?
महाराष्ट्र में संक्रमण के नये मामले रिकॉर्ड स्तर तक पहुँच गए हैं। शनिवार को एक दिन में 27 हज़ार 126 मामले दर्ज किए गए। राज्य में जब से कोरोना संक्रमण फैला है तब से इतना ज़्यादा संक्रमण के मामले नहीं आए थे।