दिल्ली में न सिर्फ़ कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं बल्कि पॉजिटिविटी दर भी बढ़ गई है। तो क्या देश में फिर से संक्रमण के मामले में स्थिति ख़राब होने की आशंका है?
कोरोना का एक्सई यानी XE वैरिएंट देश में तेजी से चर्चा का विषय क्यों बन गया? क्या इससे चिंतित होने की ज़रूरत है? इस मामले में अभी तक के कैसे सबूत रहे हैं?
जिस कोरोना के XE वैरिएंट के ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट बीए.1 से 10 गुना ज़्यादा तेज़ी से फैलने की आशंका डब्ल्यूएचओ ने जताई है, क्या उसका पहला मामला भारत में पहुँच गया है? जानिए विरोधाभासी रिपोर्ट क्यों है।
कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से तेज़ी से बढ़ने से दूसरे देशों में भी कोरोना संक्रमण की एक और लहर की आशंका बढ़ गई है। जानिए, कई देशों में कितने ख़राब हालात हैं।
दक्षिण पूर्व एशिया और कुछ यूरोपीय देशों में जब कोरोना मामले तेज़ी से बढ़े हैं तो हांगकांग में कोरोना से भयावह हालात बन गए हैं। जानिए, ओमिक्रॉन वैरिएंट के बाद कैसे हैं हालात।
दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के क्या मायने हैं? क्या एक नयी लहर आने वाली है? जानिए, डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा है और भारत सरकार की क्या तैयारी है।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण दो साल पहले निलंबित की गईं नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर सरकार ने अब फ़ैसला लिया है। जानिए, कब से शुरू होंगी उड़ानें।
कोरोना की तीसरी लहर को क़रीब-क़रीब ख़त्म मान लिया गया है तो क्या अब कोरोना का ख़तरा टल गया है? अब कोरोना की लहर आ सकती है या नहीं, जानिए शोध में क्या सामने आया है।
भारत में कोरोना के मामले तेजी से कम हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे उसी हिसाब से अब कोविड 19 की अतिरिक्त पाबंदियों को खत्म करने पर विचार करें।