देश में पहली बार कोरोना संक्रमण के मामले रिकॉर्ड 3 लाख आए हैं। बुधवार को 24 घंटे में 3 लाख 14 हज़ार 835 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 2104 लोगों की मौत हुई। एक दिन में यह आँकड़ा सबसे ज़्यादा है।
कोरोना संकट के बीच जनता आज त्राहिमाम कर रही है। कोई सुनने वाला नहीं है। राम, तुम जिस करोड़ों लोगों की आस्था से भगवान हो, वे लोग मानवता के सबसे बड़े संकट से जूझ रहे हैं। भेड़-बकरियों की तरह सड़कों पर मर रहे हैं। क्या तुम्हें उनकी कोई सुध नहीं है?
कोरोना के बढ़ते संक्रमण, टीका व ऑक्सीजन की कमी और महामारी से होने वाली मौतों पर लोगों का गुस्सा उबल रहा है अब वह सोशल मीडिया पर फूट पड़ा है। बड़ी तादाद में लोगों ने ट्विटर पर आकर अपने गुस्से का इज़हार किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफ़े की माँग की।
राष्ट्र के नाम प्रधानमंत्री के अभिभाषण की सबसे ख़ास बात क्या है? संभवतः पहली बार उन्होंने अपनी किसी भूल को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है। उन्होंने बहुत स्पष्ट कहा कि देश को किसी भी सूरत में लॉकडाउन से बचाया जाना चाहिए।
ऑक्सीजन की कमी होने और ऑक्सीजन न मिलने से कोरोना रोगियों के तड़प तड़प कर मरने की खबरों के बीच यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या वाकई देश में ऑक्सीजन उत्पादन खपत से कम है? या ऑक्सीजन की आपूर्ति के साधन नहीं हैं?
‘डबल म्यूटेंट’ पर शोध अभी व्यवस्थित ढंग से हुआ भी नहीं है कि ट्रिपल म्यूटेंट के केस आए हैं। कहा जा रहा है कि डबल म्यूटेंट में ही एक नये म्यूटेंट के संकेत मिले हैं। यही ट्रिपल म्यूटेंट है।
महाराष्ट्र के नासिक में टैंकर से ऑक्सीज़न रिफिलिंग के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से अस्पताल में भर्ती 22 कोरोना मरीज़ों की मौत हो गई। सभी मारे गए सभी मरीज़ वेंटिलेटर पर थे।
बीजेपी के तमाम नेता और केंद्रीय मंत्रियों का अक्सर कहते रहे हैं कि वे राहुल गांधी की किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन होता यह है कि राहुल के सुझाव को ही आख़िरकार सरकार मानती है।
कोरोना के अब क़रीब तीन लाख केस आ गए हैं। मंगलवार को एक दिन में 2 लाख 95 हज़ार 41 पॉजिटिव केस आए और 2023 लोगों की मौत हुई। यह एक दिन में सबसे ज़्यादा आँकड़ा है।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा आज हो सकती है। मौजूदा पाबंदियों से काबू में नहीं आता दिख रहे कोरोना को लेकर संपूर्ण लॉकडाउन की माँग बढ़ गई है। इसी को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज घोषणा कर सकते हैं।
दिल्ली में फिर से रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आए। राजधानी में मंगलवार को 28 हज़ार 395 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। यह एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा आँकड़ा है।
पिछले साल जब जनवरी फ़रवरी में कोरोना आया था, तभी से विशेषज्ञ कह रहे थे कि कोरोना की दूसरी लहर आएगी। दूसरी लहर पहले से अधिक ख़तरनाक होगी। दूसरी के बाद तीसरी और चौथी लहर भी आएगी। लेकिन क्या तैयारी हुई?
प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को अंतिम विकल्प मानने की सलाह राज्य सरकारों को ऐसे समय दी है जब कुछ जगहों पर लॉकडाउन लगाया गया है और कुछ जगहों पर लगाने की बात चल रही है।
ऑक्सीजन की कमी से बहुत सारे रोगी गंभीर स्थिति में पहुँच रहे हैं। इसके चलते आईसीयू और वेंटिलेटर पर रोगियों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टर ने यह भी बताया कि ऑक्सीजन की व्यवस्था हो तो बहुत सारे रोगियों का घर पर ही इलाज हो सकता है।
दिल्ली में लॉकडाउन का ऐलान होने के बाद बड़ी तादाद में लोग राजधानी छोड़ कर अपने-अपने गृह नगर लौटने लगे हैं। राजधानी से सटे आनंद विहार, कौशांबी, ग़ाज़ियाबाद और दूसरी जगहों पर भारी तादाद में लोग उमड़ रहे हैं।