आठ चरणों में चुनाव कराने और प्रचार में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने की बहुत बड़ी क़ीमत बंगाल के लोगों को चुकानी पड़ेगी। बंगाल में कोरोना महामारी भयानक रूप लेती दिखायी पड़ रही है। इसकी वजह से लोगों की जान को ख़तरा बढ़ गया है।
केंद्र और राज्य सरकारें भले ही यह दावा करें कि कोरोना संकट नियंत्रण में है, यदि इसके संक्रमण और उसकी रफ़्तार पर ध्यान दिया जाए तो कोरोना महामारी बेकाबू हो चुकी है। इससे संक्रमित होने वालों और इससे मरने वालों की संख्या रोज बढ़ती जा रही है।
ऑक्सीजन के लिए पूरे देश में मच रहे हाहाकार और कई जगहों से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की ख़बरों के बीच केंद्र सरकार ने एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर खरीदने और 500 ऑक्सीजन संयंत्र लगाने का एलान किया है।
सारे देश में कोरोना से मौत पर कोहराम मचा हुआ है। महामारी काबू में नहीं आ रही है। लोग कीड़े- मकोड़ों की तरह मर रहे हैं। अस्पतालों में बिस्तर नहीं मिल रहे और श्मशानों में चिताएँ उपलब्ध नही हैं। मौतों के असली आँकड़े छिपाए जा रहे हैं।
भारत में रहने वालों के लिए यह ख़बर नई नहीं है। श्मशानों में जलती चिताओं और दाहकर्म के लिए प्रतीक्षा की कतारों को देख कर कोरोना से मरने वालों के सरकारी आँकड़ों पर संदेह होना स्वाभाविक है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना से लड़ने में नाकाम मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे अंधा सिस्टम क़रार दिया है और इस 'अंधे सिस्टम' को सच दिखाने की गुजारिश की है।
अब मौजूदा आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजेन टेस्ट के अलावा दूसरे छह उपकरणों से कोरोना की जाँच की जा सकेगी। ऐसे किट्स से हुई जाँच के नतीजों को सत्यापित करने की ज़रूरत नहीं होगी।
सोमवार की सुबह इसके पिछले 24 घंटों में कोरोना से मरने वालों की तादाद तीन हज़ार से अधिक हो गई, जो अब तक का रिकॉर्ड है। इसके साथ ही कोरोना से इस दौरान संक्रमित होने वालों की संख्या भी 3.62 लाख हो गई, वह भी अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
यह संतोष का विषय है कि भारत में कोरोना मरीजों के लिए नए-नए तात्कालिक अस्पताल दनादन खुल रहे हैं, ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेलें चल पड़ी हैं, कई राज्यों ने मुफ्त टीके की घोषणा कर दी है, कुछ राज्यों में कोरोना का प्रकोप घटा भी है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह माना है कि ऑक्सीजन, कोरोना टीका और अस्पतालों में बिस्तरों की कमी है। इससे लोगों की जान बचाने में दिक्क़त हो रही है, पर सरकार कोशिश कर रही है।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने वैक्सीन की उपलब्धता और उनकी क़ीमत, ऑक्सीजन, कोरोना बेड और राज्यों में स्वास्थ्य व्यवस्था के बारें में केंद्र सरकार से जबाव माँगे हैं।
बनारसी गायकी का एक नक्षत्र टूटा गया। राजन जी उसी अनन्त में चले गए जहॉँ से संगीत के सात सुर निकले थे। जोड़ी टूट गयी। अब साजन जी का स्वर अधूरा रह जायगा। राजन साजन मिश्र की इस जोड़ी ने बनारस के कबीर चौरा से निकल कर दुनिया में ख़्याल गायकी का परचम लहराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बात कर कोरोना से लड़ाई में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद कहा और आगे की योजना पर विचार विमर्श किया।