महाराष्ट्र में लॉकडाउन 15 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है, लेकिन इसके साथ ही कुछ ज़िलों में पाबंदियों में ढील दी गई है। उद्धव ठाकरे ने चेताया है कि कोरोना की तीसरी लहर का ख़तरा है और इस वजह से सुरक्षा उपायों को कम नहीं किया जा सकता है।
जब दिल्ली, लखनऊ से लेकर मुंबई, अहमदाबाद तक कोरोना से हाहाकार मचा हुआ था, अस्पतालों में बिस्तर नहीं थे, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो रहे थे तब आरएसएस स्वयंसेवक कहाँ थे?
अब स्पष्ट है कि देश को हर तरफ और हर मुमकिन तरीके से अराजकता में धकेला जा रहा है। इसका सबसे ताजा उदाहरण है पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को दिल्ली रिपोर्ट करने का निर्देश।
गंगा नदी में सैकड़ों शव मिलते रहने की ख़बरों के बीच अब राप्ती नदी में एक शव को फेंके जाने का दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद बलरामपुर के स्वास्थय विभाग ने इस मामले की पुष्टि की है।
ब्राज़ील में राष्ट्रपति जईर बोसोनारो के ख़िलाफ़ हज़ारों लोग सड़कों पर हैं। उनके ख़िलाफ़ हज़ारों लोगों ने प्रदर्शन किया है। इसलिए कि वे लोग देश में कोरोना संकट के लिए राष्ट्रपति को ज़िम्मेदार मानते हैं।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से कम हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी आँकड़ों के अनुसार शनिवार को 24 घंटे में 1 लाख 65 हज़ार 553 पॉजिटिव केस आए। एक दिन पहले क़रीब 1 लाख 73 हज़ार मामले आए थे।
दिल्ली में लॉकडाउन फिर से एक हफ़्ते के लिए बढ़ा दिया गया है, लेकिन इसके साथ ही क़रीब 40 दिन बाद पहली बार प्रतिबंधों में कुछ ढील दी गई है। सोमवार को समाप्त होने वाला लॉकडाउन अब 7 जून तक रहेगा।
कोरोना टीके की कमी और साल के अंत तक हर हाल में देश के सभी लोगों का टीकाकरण करने के दावों के बीच सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि टीके का उत्पादन यकायक नहीं बढ़ाया जा सकता है।
जानलेवा कोरोना वायरस के संक्रमण और मौतों के मामलों में एक बार फिर गिरावट आई है और बीते 24 घंटों में संक्रमण के 1,73,790 लाख मामले सामने आए हैं और 3,617 लोगों की मौत हुई है।
राहुल गाँधी ने देश में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर मोदी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया तो केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दावे कर दिए कि इस साल के आख़िर यानी दिसंबर 2021 तक सभी लोगों को वैक्सीन लगा दी जाएगी। लेकिन क्या यह संभव है?
देश में 6 मई को 4 लाख 14 हज़ार केस आए थे और अब 27 मई को 1 लाख 86 हज़ार। यानी 21 दिन में हर रोज़ संक्रमण के मामले आधे से भी कम हो गए। तो क्या दूसरी लहर ख़त्म होने की ओर है?
कोरोना टीके की कमी और टीकाकरण कार्यक्रम रुक जाने के बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के तमाम आरोपों को 'अर्द्ध सत्य', 'बिल्कुल झूठ' और 'तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया तथ्य' क़रार दिया है।