यूरोप में जब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो बड़ी हज़ारों की संख्या में लोग लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ सड़कों पर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?
ज़ाइडस कोरोना वैक्सीन की कीमत 265 रुपए होगी, लेकिन इसे लगाने के लिए 93 रुपए का एक जेट एप्लीकेटर भी खरीदना होगा। इस तरह एक टीके पर 358 रुपए का खर्च बैठेगा।
दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण फिर से जोर पकड़ रहा है। पूर्वी यूरोप के कई देशों में रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आ रहे हैं तो कुछ देशों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। जानिए, क्या है भारत सहित विश्व के लिए सबक़।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कोरोना से मौत पर 50 हज़ार का मुआवज़ा देगी राज्य सरकार: केंद्र। कैप्टन होवे -‘सिद्धू को सीएम बनने से रोकने के लिए मजबूत प्रत्याशी खड़ा करेंगे।
कोरोना की दूसरी लहर की तबाही के लिए क्या राजनीतिक एजेंडा ज़िम्मेदार है? न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार आईसीएमआर के लिए शोध करने वालों ने इस पर बड़ा खुलासा किया है।
कोरोना काल के बाद अदालतों में लंबित मामले रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गए हैं। सिर्फ़ निचली अदालतों में ही अब 4 करोड़ से ज़्यादा लंबित मामले हो गए हैं। ऐसा आख़िर क्यों हुआ?
बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। सरकारी आंकड़ा ही कहता है कि मार्च से अगस्त के बीच मामले बढ़े हैं। क्यों बढ़ रहे हैं मामले और कितना ख़तरा है इससे?
कोरोना से जुड़े मौत के किन मामलों में मौत का कारण कोरोना को माना जाएगा, इस पर सरकार ने स्थिति अब साफ़ कर दी है। इसने हलफ़नामा देकर सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि इसको लेकर दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं।