दवा और वैक्सीन की खोज में विलम्ब के कारण अब बहुत सारे विशेषज्ञ कह रहे हैं कि कोरोना का अंत तो हर्ड इम्यूनिटी या सामूहिक प्रतिरक्षा विकसित होने से होगा। इसका मतलब है कि बड़ी संख्या में लोग संक्रमित होंगे लेकिन जीवन पर ख़तरा नहीं होगा। शैलेश की रिपोर्ट
लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में क़ैद हैं लेकिन विधायकों के लिये अपना बर्थडे मनाना शायद बहुत ज़रूरी है। ऐसे लोग दूसरों को लॉकडाउन का पालन करने का उपदेश कैसे दे सकते हैं।
मोदी ने मुख्यमंत्रियों से क्यों किया कांफ्रेस ? क्यों नहीं आज किया लाकडाउन आगे बढ़ाने का फ़ैसला ? क्या लाकडाउन से अर्थव्यवस्था और चौपट नहीं होगी ?
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हिमाचल के ऊना ज़िले में कोरोना की वजह से मुहम्मद दिलशाद ने आत्यहत्या कर ली। लेकिन उन्हें कोरोना नहीं था। फिर क्या हुआ था? क्या था मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक के साथ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन आगे बढ़ाया जा सकता है, लेकिन उसके साथ ही कुछ छूट दी जा सकती है, कुछ आर्थिक फ़ैसले लिए जा सकते हैं, कुछ राहत का एलान हो सकता है।
लॉकडाउन को बढ़ाये जाने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चार घंटे तक 13 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये बातचीत की।
जान बचाने की इस जंग में कुछ लोग ऐसी बेवकूफी कर रहे हैं जिससे वे ख़ुद की और दूसरों की जान को ख़तरे में डाल रहे हैं। ऊंचे पदों पर बैठे कुछ रसूखदार लोगों के इन कृत्यों पर उन्हें क़तई माफ़ नहीं किया जा सकता।