कोरोना वायरस के एक किस्म को 'सिंगापुर वैरिएंट' कहने पर भारी विवाद खड़ा हो गया। जहां सिंगापुर सरकार ने इस पर चिंता जताई है, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री भारत सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
यह क्या हो रहा है? क्यों हो रहा है? चारो तरफ़ मौत का मंजर क्यों है? लग रहा है प्रलय की आहट तेज़ हो रही है।असमय जाते प्रियजन। अशुभ सिलसिला टूट ही नहीं रहा है। चौतरफा अवसाद। हताशा। इसके पीछे कौन है?
बिहार के बक्सर में गंगा नदी में एक पुल के नीचे आज दूसरे दिन भी कई शव तैरते हुए पाए गए। एक दिन पहले ही उस क्षेत्र में क़रीब 40-45 शव मिलने से हड़कंप मच गया था। अधिकारियों के अनुसार, अब तक कुल 71 शव मिले हैं।
बिहार के बक्सर ज़िला स्थित चौसा कस्बे में उस समय सनसनी फैल गई जब देखते ही देखते उसके महादेवा घाट पर लाशों का अंबार लग गया। सुबह-सुबह कम से कम 40-45 लाशें गंगा नदी में बहती हुई महादेवा घाट पर लग गईं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। रिपोर्ट के दावे से उठे सवाल- क्या चीन का जैविक हथियार है कोरोना? Report : Chinese scientists allegedly investigated weaponising coronaviruses five years before Covid-19 pandemic
रोज़ाना चार लाख से ज़्यादा नए कोरोना मामलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है और मौजूदा हालत के लिए उसे ज़िम्मेदार ठहराया है।
सरकारी वैज्ञानिक डॉक्टर के विजय राघवन ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर को नहीं टाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का मुकाबला करने के लिए वैक्सीन को अपडेट करने की जरूरत होगी, इसके साथ ही टीकाकरण कार्यक्रम को गति भी देनी होगी।
केंद्र सरकार को विशेषज्ञों की एक कमेटी ने पहले ही आगाह कर दिया था कि कोरोना संकट बहुत तेज़ी से बढ़ेगा और मई महीने के बीचोबीच यह चरम पर होगा, यानी उस समय तक कोरोना के मामले बढ़ते रहेंगे।
मे़डिकल इंटर्न्स और एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों को कोरोना मरीजों की देखभाल के काम में लगाया जाएगा। सरकार ने यह फ़ैसला इसलिए लिया है कि कोरोना संक्रमित लोगों की देखभाल के लिए अधिक संख्या में स्वास्थ्य कर्मी मिल सकें।