मोदी ने 3 मई तक बढ़ाया लॉकडाउन, ग़रीबों के लिए कुछ नहीं।भीमा कोरेगाँव मामले में नवलखा और तेलतुम्बडे ने किया सरेंडर।कोरोना से लड़ाई को भूल यूएसए से मिसाइल खरीद रहा भारत? Satya Hindi
लॉकडाउन: यूपी में 15 अप्रैल से नहीं शुरू होंगे निर्माण कार्य।Lockdown:अर्थव्यवस्था को 18 लाख करोड़ रुपये का नुकसान!लॉकडाउन में भी जामिया छात्रों की गिरफ़्तारी में क्यों जुटी पुलिस? Satya Hindi
क्या आप जानते हैं कि दुनिया के लिए क़यामत बन चुके नए करोना वायरस का ऑफ़िशल नाम क्या है? क्या कहा- COVID -19? जी नहीं, यह तो उस बीमारी का नाम है जो इस वायरस ने फैलाई है।
दुनिया भर में अभी तक यही आँकड़ा आया है कि कोरोना वायरस से महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की ज़्यादा मौत हो रही है। इस पर सीधा सवाल यही कौंधता है कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या वायरस पुरुषों को चुन-चुन कर हमला कर रहा है?
मोदी ने 5 अप्रैल को दिया जलाने को कहा मगर विपक्ष हमलावर।महाराष्ट्र ने रद्द किया था जमात का कार्यक्रम, दिल्ली ने क्यों नहीं?नीतीश ने केंद्र से माँगे 5 लाख प्रोटेक्टिव किट्स, मिले 4 हज़ार। Satya Hindi
कोरोना वायरस: भारत में कुल संक्रमित मामले 562 हुए।21 दिनों का लॉकडाउन, नियम तोड़ने पर 2 साल तक की सज़ा। ‘लॉकडाउन के नियम तोड़े तो गोली मारने के आदेश दे सकता हूँ’। Satya Hindi
कोरोना वायरस का गाँवों पर क्या असर होगा? अगर गाँव के लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है तो क़रीब 24.9 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं, जिन्हें क़र्ज़ लेना पड़ जाता है।
राजस्थान, पंजाब के बाद अब महाराष्ट्र में भी संपूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। आज रात 12 बजे से पूरे राज्य में धारा 144 लागू हो जाएगी। लंबी दूरी की रेल सेवाओं के साथ-साथ अब उपनगरीय रेल सेवा 31 मार्च के लिए बंद कर दी गयी है।
देश में फैलते कोरोना वायरस के खौफ और प्रधानमंत्री मोदी के देश के नाम संबोधन से पहले केंद्र सरकार ने कहा है कि इसके आधे कर्मचारी अपने-अपने घर से काम करेंगे।
दुनिया भर में भले ही कोरोना वायरस को लेकर दहशत का माहौल हो लेकिन मध्य प्रदेश में नेताओं को सिर्फ कुर्सी की चिंता है और जनता की परेशानियों से शायद उन्हें कोई मतलब ही नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद सुरेश प्रभु ने ख़ुद को क्वारंटीन कर लिया है। इस दौरान वह 14 दिनों तक सभी सावधानियां बरतेंगे। प्रभु सऊदी अरब की यात्रा से लौटे हैं।
भारत में कोरोना वायरस पर घोर लापरवाही का क्या असर होगा? क्या हम देश में इटली जैसी स्थिति होने देना चाहते हैं? क्या इस वायरस के कारण हम घरों में कैद हो जाना चाहते हैं? फिर ऐसी लापरवाही क्यों? पढ़िए इटली में ऐसी ही लापरवाही का क्या नतीजा रहा।
जो कोरोना वायरस अब तक लाइलाज है उसका जल्द ही इलाज संभव होने की उम्मीद है। वायरस होने के बाद की दवाइयों पर तो काम चल ही रहा है इसके साथ ही वायरस लगने से पहले लगाया जाने वाले टीका का मानव पर ट्रायल शुरू हो गया है।