एसबीआई ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना संक्रमण के मामलों में जो तेज़ी आई है वह अगले महीने यानी अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में अपने शिखर पर होगी। यानी हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले अप्रैल तक बढ़ने के आसार हैं।
मुंबई में फिर से कोरोना बेकाबू हो गया है! शहर में एक दिन में 5185 संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। एक दिन में यह अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। एक दिन में शहर में छह लोगों की मौत हुई है।
भारत हर रोज़ सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले में अब तीसरे स्थान पर आ गया है। भारत में सोमवार को एक दिन में संक्रमण के क़रीब 40 हज़ार मामले आए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण उतना ज़्यादा फैला है जितना पहले कभी नहीं रहा। एक दिन में 30 हज़ार से भी ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। इससे एक दिन पहले 27 हज़ार मामले आए थे। ऐसा क्या हो गया कि अब कोरोना फिर से बेकाबू है?
महाराष्ट्र में संक्रमण के नये मामले रिकॉर्ड स्तर तक पहुँच गए हैं। शनिवार को एक दिन में 27 हज़ार 126 मामले दर्ज किए गए। राज्य में जब से कोरोना संक्रमण फैला है तब से इतना ज़्यादा संक्रमण के मामले नहीं आए थे।
कोरोना को लेकर महाराष्ट्र में फिर से सख़्ती लौट आई है। सभी कार्यालय, थिएयर, ऑडिटोरियम में अब क्षमता के आधा ही काम करने की इजाजत होगी। यह सख्ती 31 मार्च तक लागू होगी।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले शुक्रवार को फिर से काफ़ी ज़्यादा बढ़ गए। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश में 24 घंटे में 39 हज़ार 726 मामले रिकॉर्ड किए गए।
देश फिर से कोरोना की चपेट में आता दिख रहा है। एक दिन में कोरोना संक्रमण के मामले 35 हज़ार 871 मामले आए हैं। दिसंबर के शुरुआती दिन के बाद पहली बार इतने ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं।
केंद्र सरकार ने साफ़-साफ़ कह दिया है कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ गई है। केंद्र सरकार ने इस मामले में चिट्ठी लिखकर राज्य सरकार को आगाह किया है।
क्या देश में देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ गई है? विशेषज्ञ और जानकार जो भी राय दें, लेकिन आप ख़ुद तय कीजिए कि क्या है स्थिति। हर रोज़ आने वाले संक्रमण के मामले 8 हज़ार से बढ़कर अब 23 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं।
देश में कोरोना क्या नियंत्रित है? यदि ऐसा हो तो कई राज्यों में संक्रमण के केस क्यों बढ़ने लगे हैं। नये क़िस्म के कोरोना आ चुके हैं। महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले में तो लॉकडाउन भी लगाना पड़ा है।
कोरोना संक्रमण कम होकर संक्रमण के हर रोज़ 11 हज़ार मामले आने लगे थे तो अब दक्षिण अफ़्रीका और ब्राज़ील में पाए गए नये क़िस्म के कोरोना के मामले देश में आने से नयी चिंताएँ पैदा हो गई हैं।
पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति भले ही चिंताजनक नहीं दिखे, लेकिन महाराष्ट्र और केरल की स्थिति दूसरी कहानी बयाँ करती है। पिछले दो हफ़्ते से महाराष्ट्र में संक्रमण बढ़ता दिख रहा है।