देश में पहली बार एक दिन में 4 हज़ार से ज़्यादा कोरोना मरीज़ों की मौतें हुई हैं। 24 घंटे में रिकॉर्ड 4187 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही आज लगातार तीसरे दिन कोरोना के 4 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं।
देश में आज लगातार दूसरे दिन कोरोना के रिकॉर्ड पॉजिटिव केस आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी गुरुवार के 24 घंटे के आँकड़ों के अनुसार 4 लाख 14 हज़ार 188 संक्रमण के नये मामले सामने आए हैं।
देश में फिर कोरोना के रिकॉर्ड पॉजिटिव केस आए हैं और मौतें हुई हैं। 24 घंटे में देश में 4 लाख 12 हज़ार 262 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 3980 लोगों की मौत हुई।
कोरोना संक्रमण से मंगलवार को रिकॉर्ड 3780 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है। यह एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3 लाख 82 हज़ार 315 मामले सामने आए हैं।
भारत का कोरोना संकट अब भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है। ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव में और अस्पतालों में जगह न मिल पाने के कारण लोग बड़ी संख्या में दम तोड़ रहे हैं।
मोदी सरकार ने क्यों नहीं किये ऑक्सीजन, बेड के पुख्ता इंतज़ाम? झूठे आँकड़े दिखा कर मीडिया मोदी सरकार को बचा रहा है? देखिये वरिष्ठ वकील और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दुष्यंत दवे के साथ वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की ख़ास बातचीत।
देश में सोमवार को 24 घंटे में साढ़े तीन लाख से ज़्यादा नये पॉजिटिव केस आए। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में 3 लाख 57 हज़ार 229 मामले आए और इस दौरान 3449 लोगों की मौत हुई।
सुप्रीम कोर्ट जाकर अपने लिए खास परमिशन ले आए कि लॉकडाउन न लगाना पड़े। लेकिन हारकर आख़िरकार उन्हें भी लॉकडाउन ही आख़िरी रास्ता दिखता है, कोरोना के बढ़ते कहर को थामने का। महाराष्ट्र ने कड़ाई बरती तो फायदा भी दिख रहा है।
देश में फिर से रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आज जो गुरुवार के आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार 24 घंटे में 3 लाख 32 हज़ार 730 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं।
देश में पहली बार कोरोना संक्रमण के मामले रिकॉर्ड 3 लाख आए हैं। बुधवार को 24 घंटे में 3 लाख 14 हज़ार 835 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 2104 लोगों की मौत हुई। एक दिन में यह आँकड़ा सबसे ज़्यादा है।
कोरोना के अब क़रीब तीन लाख केस आ गए हैं। मंगलवार को एक दिन में 2 लाख 95 हज़ार 41 पॉजिटिव केस आए और 2023 लोगों की मौत हुई। यह एक दिन में सबसे ज़्यादा आँकड़ा है।
पिछले साल जब जनवरी फ़रवरी में कोरोना आया था, तभी से विशेषज्ञ कह रहे थे कि कोरोना की दूसरी लहर आएगी। दूसरी लहर पहले से अधिक ख़तरनाक होगी। दूसरी के बाद तीसरी और चौथी लहर भी आएगी। लेकिन क्या तैयारी हुई?
ऑक्सीजन की कमी से बहुत सारे रोगी गंभीर स्थिति में पहुँच रहे हैं। इसके चलते आईसीयू और वेंटिलेटर पर रोगियों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टर ने यह भी बताया कि ऑक्सीजन की व्यवस्था हो तो बहुत सारे रोगियों का घर पर ही इलाज हो सकता है।
देश में कोरोना के 'डबल म्यूटेंट' का पता जीनोम सिक्वेंसिंग से पिछले साल 5 अक्टूबर को ही चल गया था। इस जीनोम सिक्वेंसिंग के काम में तेज़ी नहीं लाई गई, नीति नहीं बनी। इसके लिए फंड नहीं दिया गया, कोई निर्देश नहीं दिया गया। इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है?