क्या कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अपने शिखर पर पहुँच चुकी है और यह अब लगातार ढलान पर है? पिछले एक हफ़्ते के आँकड़े तो कम से कम यही इशारा करते हैं। देश में शनिवार को कोरोना संक्रमण के मामले घटकर 3 लाख 11 हज़ार 170 पहुँच गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि भारत में कोरोना की स्थिति बेहद चिंताजनक है और कई राज्यों में संक्रमण, अस्पतालों की स्थिति और हो रही मौतों के मामले लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं।
कोरोना संक्रमण के मामलों का आंकड़ा एक बार फिर साढ़े तीन लाख के आसपास रहा और बीते 24 घंटों में संक्रमण के 3,43,144 मामले दर्ज किए गए और 4,000 लोगों की मौत हुई है।
पिछले दो दिनों में भले ही संक्रमण के मामले 4 लाख से कम आए हैं, लेकिन हालात बेहतर नहीं हैं। यदि देश के 734 ज़िलों में से 533 ज़िलों में संक्रमण ख़तरनाक स्तर की तेज़ी से फैल रहा हो तो हालात बेहद गंभीर ही होंगे। देश के 533 ज़िलों में पॉजिटिविटी रेट 10 से ज़्यादा है।
देश में आज लगातार चौथे दिन कोरोना संक्रमण के 4 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं और लगातार दूसरे दिन 4 हज़ार से ज़्यादा कोरोना मरीज़ों की मौत हुई। अब तक कुल पाँच बार 4 लाख से ज़्यादा केस आ चुके हैं।
कोरोना संकट की गंभीरता हर रोज़ 4 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आने और क़रीब 4 हज़ार मौतों से तो पता चलती ही है, लेकिन अब सरकार ने गंभीर मरीज़ों सहित कोरोना से जुड़े जो आँकड़े जारी किए हैं, वे क्या संकेत देते हैं?