कोरोना संक्रमण और मौत के मामलों में बीते दिन के मुक़ाबले तेज़ी आई है। सोमवार को संक्रमण के 1,96,427 मामले आए थे और 3,511 लोगों की मौत हुई थी। लेकिन बीते 24 घंटों में संक्रमण के 2,08,921 मामले आए हैं और 4,157 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के रवैये की विज्ञान की पत्रिका लांसेट के बाद अब प्रतिष्ठित 'द इकोनॉमिस्ट' ने तीखी आलोचना की है। इसने लिखा है कि जब कोरोना की दूसरी लहर से देश त्रस्त था तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग़ायब थे।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले घटकर अब ढाई लाख से भी नीचे आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी शनिवार के 24 घंटे आँकड़ों के अनुसार 2 लाख 40 हज़ार 842 नये मामले आए और 3741 लोगों की मौत हुई।
देश में मंगलवार को 24 घंटे में रिकॉर्ड 4529 मौतें हुईं। कोरोना पॉजिटिव केस जब लगातार कम हो रहे हैं तो मौत के मामले क्यों बढ़ते जा रहे हैं? क्या कोरोना संक्रमित में मृत्यु दर बढ़ गई है?
कोरोना संक्रमण के जहाँ हर रोज़ 4 लाख केस आने लगे थे वे अब क़रीब ढाई लाख ही आ रहे हैं। संक्रमण के मामले कम हुए तो क्या दूसरी लहर उतार पर है? क्या यह अपने शिखर पर पहुँच चुका है?
बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना संक्रमण से रिकॉर्ड मौतें हुई हैं। यह आंकड़ा 4,329 रहा जबकि संक्रमण के मामलों में कुछ कमी आई और 2,63,533 मामले सामने आए।