महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका है। इसका अंदाज़ा सरकारी तैयारी से ही लगाया जा सकता है। अधिकारियों को कोरोना के इलाज के लिए आवश्यक ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य दवाओं के बफर स्टॉक को बनाए रखने के लिए कहा गया है।
देश में सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण से प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी संक्रमित हुए हैं। राज्य में 11 हज़ार 773 पुलिसकर्मी कोरोना के पॉजिटिव पाए गए जिनमें से 124 की मौत हो गई है।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले 5 लाख से ज़्यादा हो गए हैं। दुनिया भर में यह ऐसा चौथा राज्य हो गया है जहाँ किसी राज्य/प्रोविंस में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं।
महाराष्ट्र देश का ऐसा पहला राज्य है जहाँ कोरोना संक्रमण के मामले 3 लाख से ज़्यादा हो गये हैं। 24 घंटे में 8348 नये मामले आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 लाख 937 हो गई है। मृतकों की संख्या 11 हज़ार 596 हो गई है।
अकेले महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण का मामला 2 लाख के पार पहुँच गया है। यह पहला और देश का एकमात्र राज्य है जहाँ संक्रमित हुए लोगों की संख्या दो लाख को पार की है।
कोरोना संक्रमण से महाराष्ट्र में इतनी बदतर स्थिति क्यों है? जितनी मौतें पूरे देश भर में हुई हैं उसकी क़रीब आधी (क़रीब 42 फ़ीसदी) मौतें महाराष्ट्र में हुईं। संक्रमण ज़्यादा क्यों? मौतें ज़्यादा क्यों? और ज़िम्मेदार कौन?
कोरोना संक्रमण के मामले में मुंबई में प्रशासन को जो बड़ी सफलता मिली है वह है एशिया की सबसे बड़े स्लम धारावी में। पहले की तुलना में कोरोना वायरस के मामले अब काफ़ी कम हो गए हैं।
मरीज़ों की गंभीर स्थिति में काम आने वाले उपकरणों की अस्पतालों में कमी की जैसी आशंका जताई जा रही थी, लगता है मुंबई में अब ऐसी स्थिति जल्द ही आने वाली है। आईसीयू बेड क़रीब-क़रीब भर चुके हैं और वेंटिलेटर भी अब गिने-चुने ही खाली हैं।
तेज़ी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच ही महाराष्ट्र में लॉकडाउन को तो 30 जून तक बढ़ाया ही गया है, पर साथ ही नियमों में ढील देने के लिए 'मिशन बिगिन अगेन' यानी 'फिर शुरू करें मिशन' शुरू किया गया है।
प्रदेश में कोरोना का संकट दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और देश के एक तिहाई से ज़्यादा संक्रमण और उसकी वजह से होने वाली मौत के आँकड़े महाराष्ट्र से ही हैं। तो क्या महाराष्ट्र सरकार कुछ नहीं कर रही है?
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या काफ़ी तेज़ी से बढ़ने के बीच राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों के 80 फ़ीसदी बेड को अपने हाथों में ले लिया है।
अकेले महाराष्ट्र में ही 41 हज़ार 642 कोरोना पॉजिटिव मामले आ गए हैं। हाल के दिनों में हर रोज़ 2000 से ज़्यादा नये पॉजिटिव मामले आ रहे हैं और गुरुवार को भी राज्य में 2345 नये पॉजिटिव मामले आए।