देश में 16 सितंबर को क़रीब 98 हज़ार कोरोना संक्रमण के मामले आए थे, लेकिन क़रीब एक महीने में 13 अक्टूबर को संक्रमितों की संख्या क़रीब 55 हज़ार ही रही है। क्या कोरोना संक्रमण ढलान पर है?
ऐसे समय जब भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों की सरकारों पर उचित संख्या में रोगियों की कोरोना जाँच नहीं कराने का आरोप लग रहा है, प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा है कि प्रभावशाली जाँच होनी चाहिए।
पिछले दो दिनों में कोरोना टेस्टिंग पहले की अपेक्षा काफ़ी कम हो गई है। 21 सितंबर को 9 लाख 33 हज़ार टेस्टिंग की गई जबकि 20 सितंबर को 7 लाख 31 हज़ार टेस्टिंग की गई थी।
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले हर रोज़ सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। कुल संक्रमितों के मामले में भी भारत अब बस अमेरिका से ही पीछे है। अमेरिका, ब्राज़ील व भारत के अलावा दुनिया के दूसरे देशों में स्थिति इतनी ख़राब क्यों नहीं?