ऐसे समय जब सरकार के तमाम दावों के बावजूद कोरोना महामारी की तबाही बढ़ती ही जा रही है, सरकार इससे निपटने से जुड़े विपक्ष के सुझावों को मानने की बात तो दूर, उन पर ज़ोरदार हमले कर रही है।
ऐसे समय जब पहले से तय कार्यक्रम के अलावा अब 18 से 44 साल की उम्र के लगभग 59 करोड़ लोगों को कोरोना टीका देने का अतिरिक्त बोझ देश पर आ चुका है, सीरम इंस्टीच्यूट के ने साफ कह दिया है कि जुलाई तक भारत में कोरोना टीके की किल्लत रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फ़ैसले में केंद्र सरकार से कहा है कि वह अपनी कोरोना टीका खरीद नीति पर फिर से विचार करे। अदालत ने कहा कि संवधान के अनुच्छेद 21 में निहित स्वास्थ्य के अधिकार का यह उल्लंघन है।
कोरोना टीका कोवीशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ़ इंडिया के प्रमुख अदार पूनावाला सपरिवार भारत छोड़ कर लंदन चले गए हैं। उन्होंने वहाँ कहा है कि उन्हें टीके की आपूर्ति को लेकर धमकियाँ मिल रही थीं, वह ऐसी स्थिति में काम नहीं कर सकते, लिहाज़ा लंदन में हैं।
मशहूर अमेरिकी महामारी विशेषज्ञ और राष्ट्रपति जो बाइडन के स्वास्थ्य सलाहकार एंथनी फ़ॉची ने भारत को कुछ हफ़्तों के लिए तुरन्त और पूर्ण लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है।
कोरोना के बढ़ते संकट, रोज़ाना होने वाली पहले से ज़्यादा मौतों और अव्यवस्था व अफरातफरी के बीच सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर केंद्र सरकार को फटकार लगाई है और सवालों की बौछार कर दी है।
मुंबई के बाद अब दिल्ली ने भी कह दिया है कि वह 1 मई से टीकाकरण बंद कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा है कि वे 1 मई से टीका लगवाने के लिए लाइन में न खड़े हों।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना टीके को लेकर दो अहम फ़ैसले किए हैं। एक फ़ैसला है 18 साल से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को टीका देना। और दूसरा फ़ैसला है मुफ़्त में टीका देना।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राजधानी में 18 साल से ज़्यादा की उम्र के हर व्यक्ति को कोरोना टीका लगाया जाएगा और वह भी मुफ़्त। सरकार ने इसे देखते हुए एक करोड़ 34 लाख ख़ुराकों का ऑर्डर भी दे दिया है।
एक देश चुनाव, एक देश एक टैक्स तो फिर पूरे देश के लिए एक वैक्सीन की कीमत क्यों नहीं? भारत में बनाई वैक्सीन भारत को ही सबसे महंगी ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
भारत में बनने वाला कोरोना टीका कोवीशील्ड विदेशों में भारत की तुलना में सस्ते में बिक रहा है। भारतीय कंपनी भारत को वही दवा ऊंची कीमत पर बेच रही है, लेकिन वही कंपनी वही दवा विदेशों को उससे कम कीमत पर निर्यात कर रही है।
पहले बिहार और अब पश्चिम बंगाल, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में वह जीत गई तो सबको मु़फ़्त कोरोना टीका देगी। तृणमूल कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए सवाल उठाया है कि बिहार में कितने लोगों को मुफ़्त टीका दिया गया है।
ऐसे समय जब देश के कोने-कोने से कोरोना संक्रमण फैलने की खबरें आ रही हैं और इससे रोज़ाना प्रभावित होने वाले लोगों की तादाद लगातार बढ़ रही है, सरकार 146 ज़िलों को लेकर ज़्यादा चिंतित है।