यूरोपीय देशों के बाद अब भारत में भी कुछ ऐसे मामले आए हैं जिसमें कोरोना टीके लगाने के बाद ब्लड क्लॉटिंग यानी ख़ून के थक्के जमने की शिकायतें हैं। यह बात सरकारी पैनल ने ही कही है।
देश भर में कोरोना टीके की कमी के बीच जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में शनिवार को एक भी वैक्सीन नहीं लग पाई। घाटी के 1.4 करोड़ की आबादी वाले 10 ज़िलों में भी सिर्फ़ 504 लोगों को शनिवार को टीके लगाए जा सके।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पीएम : गांवों मे डोर-टू-डोर की जाए कोरोना टेस्टिंग । PM: केंद्र के वेंटिलेटर्स के इंस्टॉलेशन, ऑपरेशन का ऑडिट किया जाए
वैक्सीन के निर्यात पर सवाल पूछा तो 10 से अधिक केस और 9 लोग गिरफ्तार। कोरोना की दूसरी लहर के थमने के दावे, मगर आँकड़ों पर उठ रहे हैं सवाल। देखिए दिन की महत्वपूर्ण ख़बरों का विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ-
वैक्सीन नीति फेल होने के बाद झूठी तसल्ली देने में जुटी है मोदी सरकार? और क्यों बढ़ाई गई कोविशील्ड की दो डोज़ के बीच की अवधि? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
देश भर से ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि राज्यों में कोरोना वायरस के टीके की काफ़ी कमी है। ऐसे वक़्त में केंद्र सरकार पर टीकों की किल्लत को दूर करने का जबरदस्त दबाव है
देश में कोरोना वैक्सीन की भारी कमी की शिकायतों के बीच केंद्र सरकार ने दावा किया है कि इस साल के आख़िर तक यानी दिसंबर महीने तक भारत में 200 करोड़ से ज़्यादा वैक्सीन उपलब्ध होगी।
सरकार ने कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच की अवधि बढ़ा दी है। आखिर क्या है इसके पीछे की वजह? टीकाकरण पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र को क्यों फटकारा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण-
कोरोना की तीसरी लहर में वायरस उन्हें निशाना बनाएगा जो अब तक सुरक्षित रह गए हैं। यानी बच्चे। यदि बच्चे संक्रमित हुए तो क्या हालात होंगे, क्या इसका अंदाज़ा है? इससे निपटने की तैयारी कैसी है?
कोरोना की दूसरी लहर में हुई तबाही के बाद सभी लोग चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द टीका लग जाए लेकिन हालात इतने ख़राब हैं कि दिल्ली सरकार कहती है कि उसके पास टीके नहीं हैं और वह अपने 100 से ज़्यादा टीकाकरण केंद्रों को बंद करने के लिए मजबूर है।
बारह विपक्षी दलों ने एक संयुक्त चिट्ठी लिख कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना से निपटने के उपाय सुझाए हैं औ कुछ बेहद अहम माँगे रखी हैं, जिनमें सबको मुफ़्त कोरोना टीका देना सबसे ऊपर है।