संविधान को ख़तरे में बताए जाने के बीच यह बात बड़े जोर-शोर से उठाई जा रही है कि भारत का संविधान बदला ही नहीं जा सकता। बीते एक हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार यह बात कही है कि “मोदी तो क्या बाबा साहेब अंबेडकर भी संविधान को नहीं बदल सकते।”