विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री और कांग्रेस को लेकर क्यों आरोप लगाया कि यह देश के अंदर और बाहर की राजनीतिक ताक़ते हैं? जानिए उन्होंने क्या क्या कहा।
छत्तीसगढ़ क्यों पहुंची ईडी की टीमें? कोयला दलाली की तह खुलेगी या कॉंग्रेस का रास्ता बंद होगा? कॉंग्रेस अधिवेशन से ठीक पहले इस छापेमारी का मतलब क्या है? आलोक जोशी के साथ नवभारत के संपादक राजेश जोशी, वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े, विनोद अग्निहोत्री और संजीव श्रीवास्तव।
विपक्षी एकता की तमाम कोशिशों के बीच कांग्रेस ने रविवार को अपनी मंशा साफ कर दी। कांग्रेस चाहती है कि विपक्षी एकता का नेतृत्व कांग्रेस करे। कांग्रेस ने कहा कि हमारे बिना कुछ न हो पाएगा। पढ़िए पूरी स्टोरीः
आम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। सारी पार्टियां अपने-अपने अंदाज में तैयारी कर रही है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक विनोद अग्निहोत्री बता रहे हैं कि मंडल-कमंडल राजनीति का नया संस्करण कैसा होगा।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस को बहुत जरूरी मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जल्द से जल्द हमारे साथ आए, बीजेपी 2024 में 100 के नीचे आ जाएगी।
कॉंग्रेस ने बीजेपी आइटी सेल पर लगाए गंभीर आरोप। कहा चुनाव पर असर डालने के लिए इसराइली एजेंसी का इस्तेमाल हो रहा है। पूछा क्या इसके लिए भारतीयों की जानकारियां भी विदेश भेजी गईं? कैंब्रिज एनालिटिका और पेगासस के बाद डाटा चोरी और उसके दुरुपयोग का एक और गंभीर आरोप। क्या है इन आरोपों के पीछे?
30 से अधिक चुनावों में हस्तक्षेप करने के लिए इजरायली जासूसों की एक टीम द्वारा भारत सहित कई देशों में एक सॉफ्टवेयर जरिए फर्जी सोशल मीडिया अभियान चलाए गये।
जब भी राजनीतिक मुद्दे को विपक्ष कानूनी पचड़े में फंसाता है वह मात खा जाता है. अडानी मामले में भी फिर वहीं तो नहीं दोहराया जाएगा?जेपीसी के अलावा कोई और तरीका तो दिखता नहीं. आज की जनादेश चर्चा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान राष्ट्रीय दलों के कुल चंदे में 187.026 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई, जो 2020-21 वित्त वर्ष से 31.50 प्रतिशत अधिक है।
बीबीसी के दिल्ली और मुंबई के कार्यालयों में छापे पर विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। जानिए, उन्होंने इस कार्रवाई को क्या कहकर आलोचना की है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश की जनता के नाम जारी अपील में कहा है कि अडानी को लेकर क्या संसद में कोई सवाल पूछना अपराध है। खड़गे ने ऐसे 10 सवाल किए हैं। जानिए क्या हैं वे सवालः
प्रधानमंत्री मोदी आज गुरुवार को राज्यसभा में डेढ़ घंटे तक धाराप्रवाह बोलते रहे। निशाने पर कांग्रेस से भी ज्यादा गांधी-नेहरू परिवार था। अडानी मुद्दा आज भी उनके भाषण से गायब रहा। लेकिन विपक्ष ने पूरी ईमानदारी से अडानी मुद्दे को नारे के जरिए पूरी दुनिया में पहुंचा दिया। लोकसभा में राहुल तो राज्यसभा में विपक्ष के नारे बीजेपी को बहुत समय तक परेशान करने वाले हैं।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री मोदी ने आज गुरुवार को राज्यसभा में विपक्ष के कई आरोपों का जवाब दिया। लेकिन आज की जो खास बात है वो ये कि पीएम का पूरा भाषण विपक्षी नारों के बीच हुआ। विपक्ष ने अडानी से पीएम को जोड़कर करप्शन के नारे खुलेआम लगाए, जिसे पूरी दुनिया ने देखा और सुना।