राजनीति में 'इत्तेफाक' कुछ भी नहीं होता। सारा खेल रणनीतिक होता है। राहुल गांधी के साथ जो हो रहा है, वो इत्तेफाक नहीं है। सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। इत्तेफाक से वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा ने इसी का जायजा अपने साप्ताहिक कालम में लिया है। पढ़िए और समझिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ हुई नाइंसाफी के विरोध में कांग्रेस आज देशभर में सत्याग्रह कर रही है। कांग्रेस का सत्याग्रह अतीत में अंग्रेजों के खिलाफ हुआ है लेकिन पार्टी उस भावना को फिर से जिन्दा कर रही है। यह सत्याग्रह आज सुबह से शाम तक चलेगा। सत्य हिन्दी पर कांग्रेस सत्याग्रह की ताजा खबरों के अपडेट के लिए बने रहें।
खालिस्तानी अमृतपाल सिंह एक हफ्ते से ज्यादा समय बीतने के बावजूद गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उसके दिल्ली आने की सूचना के बाद उसकी तलाश दिल्ली में हो रही है। इस बीच जम्मू से एक महिला को गिरफ्तार किया गया है, यह महिला अमृतपाल के निकट सहयोगी पापलप्रीत से जुड़ी हुई है। पापलप्रीत भी फरार है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज शनिवार को अडानी के मामले में केंद्र सरकार पर फिर हमला बोला। उन्हें लड़ने का संकल्प दोहराया। राहुल ने संसद में और लंदन में कही गई बातों का जवाब दिया।
देश के ताजा राजनीतिक परिदृश्य में विपक्षी एकता अब सबसे महत्वपूर्ण हो गई है। विपक्ष के बिना एक हुए, बीजेपी को हराया नहीं जा सकता लेकिन राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार शैलेश का कहना है कि विपक्षी एकता इतना आसान नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के पास क्या विकल्प हैं। पढ़िए उनका नजरियाः
राहुल गांधी को सूरत कोर्ट से सजा और अगले ही दिन संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस बड़ी लड़ाई के लिए तैयार हो रही है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने एक बैठक कर रणनीति को अंतिम रूप दिया। पार्टी कानूनी लड़ाई अलग से लड़ती रहेगी।
संसद में गतिरोध जारी है। बीजेपी सांसदों की नारेबाजी और विपक्ष के जवाब के बीच दोनों सदन स्थगित कर दिए गए। इस बीच विपक्षी सांसदों ने अडानी के मुद्दे पर फिर प्रदर्शन किया।
भारत में पीएनबी को 3000 करोड़ से ज्यादा चूना लगाकर भागे गुजरात के डायमंड कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल की सूची से हट गया है। जबकि भारत में वो मोस्ट वॉन्टेड है। इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज मंगलवार को पीएम मोदी पर तीखा हमला किया।
संसद के बजट सत्र में आज दूसरे हफ्ते की शुरुआत भी हंगामे से हुई। पूरे दिन सदन 10 मिनट चला और इस दौरान सिर्फ हंगामा होता रहा। विपक्षी सांसदों ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर पुलिस भेजने के मामले उठाने के नोटिस दिए हैं।
विपक्षी एकता को झटके लगना शुरू हो गए हैं। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उधर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा है कि सपा इस बार अमेठी और रायबरेली से लड़ेगी। दोनों गांधी परिवार की परंपरागत सीटें हैं। दोनों के बयान और घटनाक्रम विपक्षी एकता को लेकर कुछ और इशारा कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने आज दिन भर चले तेजी से घटनाक्रम के बाद दिल्ली पुलिस के नोटिस पर अब जवाब भेजा है। जानिए, आख़िर आज ऐसा क्या हुआ कि पुलिस कांग्रेस नेता के घर पहुँच गई।
राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस के पहुँचने पर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। जानिए इसने किस आधार पर कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री के इशारे के बिना पुलिस नहीं जा सकती।