इन छह राज्यों में महाराष्ट्र की दो सीटों चिंचवाड और कस्बा पेठ, तमिलनाड़ु की इरोड, प.बंगाल की सागरदीघी, झारखंड की रामगढ़ और अरुणांचल प्रदेश की लुमला सीटों के नतीजे आए
लगातार विपक्षी एकता की बात करने वाले विपक्षी दलों के नेता क्या कभी एकजुट हो पाएँगे? क्या मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद इसके संकेत मिल रहे हैं? क्या विपक्ष साथ मिलकर दूर-दूर तक बीजेपी से लड़ता दिख रहा है?
2018 में हुए मेघालय विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी जिसने यहां पर 28.8 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 21 सीटें जीतीं लेकिन सरकार बनाने में कामयाब नहीं हुई।
राहुल गांधी की कन्याकुमारी से जम्मू कश्मीर तक 'भारत जोड़ो यात्रा' के ख़त्म होने के बाद क्या जल्द ही दूसरा ऐसा अभियान शुरू होगा? जानिए, कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में क्या कहा गया।
आज एक तरफ से राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मोदी सरकार को घेरा तो दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, कांग्रेस लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता के लिए कुर्बानी देने को तैयार है. आज की जनादेश चर्चा.
रायपुर अधिवेशन ऐसे समय हो रहा है जब सत्तारुढ़ दल उसे हर तरह से चुनौती दे रहा है. दरअसल कांग्रेस को न सिर्फ खुद खडा होना है बल्कि विपक्ष को भी साथ लेकर मुकाबला करना है.क्या यह आसान है? आज की जनादेश चर्चा.
बयान देने में कोई किसी से कम नहीं है। आज पवन खेड़ा को गिरफ्तार किया गया है, कल और का भी नंबर आएगा लेकिन कोई भी राजनीतिक दल अपने गिरेबान में झांकने को तैयार नहीं। पढ़िए पूरी कहानीः
प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ हाल में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा को विमान से क्यों उतारा गया? कांग्रेस ने कहा है कि पुलिस उन्हें गिरफ़्तार कर ले गई है।
दक्षिण भारत में कांग्रेस को झटका लगा है। तमिलनाडु में कांग्रेस नेता सी आर केसवन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। केसवन कौन है, इस इस्तीफे की वजह क्या है जानिएः
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री और कांग्रेस को लेकर क्यों आरोप लगाया कि यह देश के अंदर और बाहर की राजनीतिक ताक़ते हैं? जानिए उन्होंने क्या क्या कहा।
छत्तीसगढ़ क्यों पहुंची ईडी की टीमें? कोयला दलाली की तह खुलेगी या कॉंग्रेस का रास्ता बंद होगा? कॉंग्रेस अधिवेशन से ठीक पहले इस छापेमारी का मतलब क्या है? आलोक जोशी के साथ नवभारत के संपादक राजेश जोशी, वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े, विनोद अग्निहोत्री और संजीव श्रीवास्तव।