बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम की 9 अक्टूबर को होने वाली पुण्यतिथि अचानक सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए एक बड़े आयोजन में बदल गई है। इस बार ऐसा लगता है कि यह बीएसपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वियों - समाजवादी पार्टी और कांग्रेस - के शीर्ष एजेंडे में आ गया है, जिनके नेताओं ने दलित आइकन की मौत की सालगिरह को बहुत धूमधाम से मनाने का फैसला किया।