अशोक गहलोत क्या राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अशोक गहलोत का कोई करीबी नेता बैठेगा या फिर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलेगी।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही पहले जहाँ दो उम्मीदवार चुनाव मैदान में नज़र आ रहे थे अब उनकी संख्या बढ़ती नज़र आ रही है। जानिए कौन कौन हो सकते हैं उम्मीदवार।
एक के बाद एक राज्यों में प्रदेश कांग्रेस इकाइयों द्वारा राहुल गांधी को कांग्रेस अध्य बनाए जाने का प्रस्ताव पास किए जाने के बाद भी क्या वह अध्यक्ष नहीं बनेंगे? जानिए दिग्विजय सिंह ने क्या कहा।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद चर्चा यह शुरू हो गई है कि अगर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोड़ना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के क़रीब आने के साथ ही कांग्रेस में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार माने जा रहे अशोक गहलोत ने विधायकों की बैठक क्यों बुलाई?
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव फिर से होने से जा रहा है। लेकिन देश की आजादी में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने वाली इस पार्टी में अध्यक्ष पद के कुछ चुनाव बहुत रोचक रहे हैं। जानिए पूरा इतिहास।
पायलट खेमे को उम्मीद है कि अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे और मुख्यमंत्री की कुर्सी उनके नेता सचिन पायलट को मिलेगी लेकिन क्या ऐसा हो पाएगा। क्या अशोक गहलोत राहुल और सोनिया की बात को मानेंगे। क्या वह मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार होंगे?
अगर अशोक गहलोत और शशि थरूर आमने-सामने हुए तो जीत किसे मिलेगी क्योंकि सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पूरी तरह तटस्थ रहने की बात कह चुकी हैं। इसलिए निश्चित रूप से चुनाव बेहद रोमांचक होगा।
भले ही एक के बाद एक राज्यों में कांग्रेस की इकाइयाँ राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पास कर रही हैं लेकिन खब़र है कि शशि थरूर भी इसके दावेदार हो सकते हैं। जानिए, इस पर सोनिया की क्या राय है।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन की तारीख नजदीक आ रही है तो यह सवाल खड़ा हो रहा है कि अध्यक्ष कौन होगा। क्या अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं हैं?
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए पार्टी के नेता जो मांग कर रहे थे, क्या अब वे बदलाव हो गए? जानिए इन बदलावों असंतुष्ट नेता की प्रतिक्रिया।