नई तरह की राजनीति करने आए आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने निराश किया है। 8 जाड़े गुजर चुके हैं और हर बार जाड़े में दिल्ली की आबोहवा खराब हो जाती है। अगर किसी पार्टी की चिन्ता पर्यावरण को लेकर नहीं है तो वो क्या खाक राजनीति करेगी। पर्यावरणीय खतरों पर वंदिता मिश्रा के चुभते सवालों के साथ उनका यह लेखः