नागरिकता क़ानून पर मलेशिया और तुर्की समेत कई मुसलिम देश भारत से नाराज़ हैं। इसलामी देशों के कई संगठनों ने भी इस पर चिंता जताई है। लेकिन मोदी सरकार उन्हें समझाने-बुझाने के बजाय उनकी बाँहें मरोड़ने की नीति पर चल रही है। मलेशिया और तुर्की इसके उदाहरण हैं। लेकिन इससे कश्मीर पर वे देश भारत का साथ देना छोड़ सकते हैं। क्या है मामला? क्या ग़लती कर रही है मोदी सरकार? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।