ऐसा लग रहा है कि पुलिस नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में आवाज़ उठाने वालों को बर्दाश्त करने के लिये तैयार ही नहीं है। वह डंडे के दम पर आवाज़ को दबा देना चाहती है।
नागरिकता संशोधन क़ानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि वह नागरिकता क़ानून पर फिलहाल रोक नहीं लगा सकती।
दिल्ली के शाहीन बाग़ में पिछले एक महीने से ज़्यादा समय से चल रहे आंदोलन की चर्चा दुनिया भर में है। कई जगह पर पुरुष भी महिलाओं के समर्थन में उतरकर उनकी हौसला अफ़जाई कर रहे हैं।
बीजेपी के नेताओं की महिला जिला कलेक्टर निधि निवेदिता और युवा महिला एसडीएम (डिप्टी डीएम) प्रिया वर्मा द्वारा पिटाई के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है।
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ धरने पर बैठी औरतें घरों की चौखट लाँघकर आई हैं, इसलिए कि इस बार सरकार का हमला उनके वजूद पर हुआ है और इसे उन्होंने महसूस किया है।