जयपुर में चल रहे आरएसएस के एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू संतों और ईसाई मिशनरियों की तुलना की। हालांकि ईसाई मिशनरियां पूरी दुनिया में फैली हुई हैं। ईसाई मिशनरीज धर्म के अलावा शिक्षा और अस्पताल की दिशा में काफी काम सारी दुनिया में कर रही हैं, जबकि हिंदू संतों के सामाजिक कार्य अधिकतर भारत तक सीमित हैं।