सन 2010 के एक प्रकरण में सीबीआई ने गौतम अडानी की कंपनी और NCCF के अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज की है। आरोप है कि करीब 6 लाख मिलियन टन कोयले के आयात के टेंडर में अडानी कि कंपनी को लाभ पहुँचाने के लिए हेरा फेरी कि गयी थी। यह मामला बहुत लम्बे समय तक विभिन्न एजेंसियों की जांच में फंसा रहा, 2017 में सीबीआई के पास पहुंचा और अब 2020 में इसमें FIR हुई है। यह जब का मामला है तब शरद पवार उस विभाग के मंत्री थे जिसके अधीन NCCF है। मामले की पड़ताल कर रहे हैं शीतल पी सिंह।