नागरिकता क़ानून, देश के मौजूदा हालात और धर्मनिरपेक्षता को लेकर दिख रहे ख़तरे पर अकाली दल सियासतदान प्रकाश सिंह बादल ने नाम लेने से परहेज करते हुए बीजेपी, आरएसएस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खुलकर घेरा है।Satya Hindi
क्या भारतीय जनता पार्टी अपने ही जाल में फँस गई है? क्या उसके नेता अपने नेतृत्व के सामने सच्चाई बयान करने से कतरा रहे हैं या उन्हें आईना दिखाने की हिम्मत नहीं है?
भारतीयों, ख़ासतौर पर बुज़ुर्ग नागरिकों के पास जन्म प्रमाण पत्र हैं क्या? सच तो यह है कि देश में 5 साल से छोटे बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र भी बड़ी संख्या में नहीं हैं।
केरल और पंजाब के बाद अब राजस्थान विधानसभा ने भी नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित कर दिया है। पश्चि बंगाल में ऐसा ही प्रस्ताव 27 जनवरी को पेश किया जाएगा।
नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी गंभीर मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की सरकार की कोशिशें हैं। इंडिया टुडे ग्रुप की ओर से किए गए सर्वे ‘मूड ऑफ़ द नेशन’ में यह बात सामने आई है।
CAA: विरोध कर रही महिलाओं के ख़िलाफ केस।CAA: कोर्ट में सुनवाई से पहले पूर्वोत्तर में बंद का एलान।IMF ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर घटाकर 4.8% की।Satya Hindi
नागरिकता क़ानून को लेकर देश भर में मचे घमासान के बीच विपक्षी दलों के नेताओं की आज दिल्ली में अहम बैठक होनी है। लेकिन विपक्षी नेताओं में एकजुटता का साफ़ अभाव दिखाई दे रहा है।