मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024-25 पेश किया। जानिए, उन्होंने रोजगार और कौशल को लेकर क्या घोषणा की।
केंद्रीय बजट फिर आ रहा है। लेकिन यह मोदी सरकार के पिछले बजटों की तरह ही होगा या फिर इसमें बेरोजगारी से लड़ने की उम्मीद रखी जाए। रोजगार एक ऐसा मुद्दा है, जिससे बजट बनाने और पेश करने वाले डील नहीं करना चाहते। हर बार यह मुद्दा अछूता रहता है। वरिष्ठ पत्रकार अनन्त मित्तल की टिप्पणीः
अगले कुछ महीने में तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले क्या बजट में बेरोजगारी के आँकड़ों पर ध्यान रखा जाएगा? जानिए, बजट के लिए क्या-क्या चुनौतियाँ हैं।
बजट से ठीक पहले चंद्राबाबू नायडू की दिल्ली यात्रा के क्या मतलब हैं? चंद्राबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार दोनों ही अपने प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की बात करते रहे हैं।
अगर आप अभी भी अखबार पढ़ते होंगे और टीवी देखते होंगे तो आपको अंदाजा होगा कि बजट 2024 का कोई शोर नहीं है। बजट कैसा भी हो सरकार हेडलाइन मैनजमेंट में सक्षम है, उसे अच्छा ही कहा जायेगा। इसलिए, बजट अच्छा हो इसकी जरूरत ही नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह बता रहे हैं बजट का गणितः
एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद कांग्रेस सांसद ने दक्षिण को कम बजट दिए जाने की शिकायत के बीच आख़िर उन्होंने ऐसा क्या कह दिया कि संसद में शुक्रवार को मुद्दा बन गया?
मोदी सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया । कैसा है ये सरकार का बजट ? क्या इसे बजट
कहना उचित होगा ? क्यों सरकार इस मुग़ालते में है कि वहीं अगला बजट भी पेश करेगी ? क्यों नहीं टैक्स स्लैब में बदलाव किया ? आशुतोष के साथ चर्चा प्रो अरुण कुमार, प्रो संतोष मेहरोत्रा, सौरभ झा, विजय त्रिवेदी और संजय कुमार सिंह ।
लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इस बजट में खुद की तारीफ़ के अलावा कुछ भी नहीं है। जानिए उन्होंने क्या क्या कहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अपना लगातार छठा बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का फोकस गरीब, महिला, युवा और किसान हैं। जानिए, उन्होंने क्या-क्या कहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। लोगों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। लेकिन यह बचत सीधे नहीं होगी। इसके लिए आपको कुछ कदम उठाने होंगे। सरकार ने सभी को पक्का मकान देने की घोषणा की है। सवा अरब की आबादी वाले देश में सरकार ने अगले पांच वर्षों में दो करोड़ मकान बनाने की बात कही है। यानी एक तरह से चुनावी संकल्प है। मोदी सरकार जब तीसरी बार सत्ता में लौटेगी तो यह योजना सिरे चढ़ सकती है।
लोकसभा चुनाव से पहले और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आख़िरी बजट अंतरिम बजट के रूप में पेश किया। जानिए, उनका किस पर फोकस रहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार 1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश कर दिया। मोदी सरकार का यह अंतिम अंतरिम बजट था। इस बजट में वित्त मंत्री ने अपनी सरकार की काफी तारीफ की। उनका बजट भाषण बता रहा है कि भारत आर्थिक रूप से काफी मजबूत है। उन्होंने महंगाई ज्यादा नहीं बढ़ने का भी दावा किया। वेतनभोगी लोगों के लिए आयकर सीमा में कोई राहत नहीं मिली है। वित्त मंत्री का भाषण करीब एक घंटा चला।
राष्ट्रपति मुर्मू ने बुधवार को संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो पीएम मोदी ने संसद के बाहर मीडियाकर्मियों को राम-राम बोला और विपक्षी सांसदों पर निशाना साधा। राष्ट्रपति ने जो उपलब्धियां बताईं, उनमें राम मंदिर, धारा 370 का खत्म किया जाना, तीन तलाक के खिलाफ कानून का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के इस दावे को दोहराया कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से छुटकारा मिल गया।