वित्त मंत्री निर्मला सितारमण के बजट पर सेंसेक्स उछला है। एक समय इसमें 2000 से ज़्यादा अंकों का उछाल आ गया। निफ़्टी में भी ऐसा ही असर देखने को मिला और यह 14 हज़ार के पार पहुँच गया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार लोगों के हाथ में पैसा देना भूल गयी है और उसकी योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति दोस्तों को सौंपने की है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। स्वास्थ्य पर 2.23 लाख करोड़ खर्च करेगी सरकार: वित्त मंत्री । 75 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को नहीं भरना होगा ITR
क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 के ज़रिए कई राज्यों में होने वाले विधानसभाओं को साधने की कोशिश की है? क्या उन्होंने उन राज्यों की जनता को खुश करने के लिए कुछ एलान किए हैं, जिनके बल पर बीजेपी को वहाँ चुनाव प्रचार में सुविधा होगी?
ऐसे समय जब पहले से ही पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें आसमान छू रही हैं और दिल्ली जैसे कुछ शहरों में यह अब तक की रिकार्ड ऊंचाई पर है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उस पर कृषि अधिभार यानी सेस लगा दिया है।
केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि उनकी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 2.23 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा है। उन्होंने कहा कि यह पिछले साल के मुक़ाबले 137 फ़ीसदी ज़्यादा है।
क्या कोई सरकार ऐसा बजट ला सकती है, जो देश के हर नागरिक को ये पाँच चीजें मुहय्या करवा दे? यह कठिन है, लेकिन असंभव नहीं है। शिक्षा और चिकित्सा तो बिल्कुल मुफ़्त कर दी जाए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की यह घोषणा कि वे जो बजट पेश करेंगी, वैसा बजट अब तक कभी पेश नहीं किया गया है, लोगों का ध्यान खींचती है। सवाल यह है कि इस बार के बजट से लोग क्या उम्मीद करें।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण कैसे बनाएंगी अभूतपूर्व बजट। कैसा बजट चाहिए ? कैसा होगा आत्मनिर्भर बजट? देश के दो जानेमाने आर्थिक पत्रकारों टीसीए श्रीनिवास राघवन और अशोक भट्टाचार्य के साथ आलोक जोशी की बातचीत। रात आठ बजे।