मायावती ने आज ब्राह्मणों को उनके साथ हो रहे अन्याय का हिसाब बराबर करने का भरोसा दिया .पर क्या ब्राह्मण बसपा का इस चुनाव में समर्थन करेंगे .आज की जनादेश चर्चा इसी पर शाम सात बजे .
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के संघर्ष से लगभग बाहर दिख रही बसपा अचानक बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरी है। ऐसा कैसे हो गया वह भी तब जब हाल में मोदी और योगी के बीच कुछ खटपट होने की ख़बरें आई हैं?
बीएसपी अगर ब्राम्हणों को लुभाने में लगी है तो उसमें ग़लत क्या है? चुनाव जीतने के लिए दूसरे दल जैसे जातीय गँठजोड़ बनाने की कवायद नहीं कर रहे हैं, क्या वह बीसपी की कोशिश से अलग है? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं विनोद अग्निहोत्री, शरद गुप्ता, डॉ. रविकांत, डॉ. सतीश प्रकाश और उदय यादव
बाबा साहब के दलित आंदोलन को कांशीराम ने आगे बढ़ाया था .मायावती ने उसे कितना आगे बढ़ाया यह आज अयोध्या में दिखा जिसके पोस्टर पर परशुराम नजर आए .आज की जनादेश चर्चा इसी पर शाम सात बजे .
बीएसपी अगर ब्राम्हणों को लुभाने में लगी है तो उसमें ग़लत क्या है? चुनाव जीतने के लिए दूसरे दल जैसे जातीय गँठजोड़ बनाने की कवायद नहीं कर रहे हैं, क्या वह बीसपी की कोशिश से अलग है? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं विनोद अग्निहोत्री, शरद गुप्ता, डॉ. रविकांत, डॉ. सतीश प्रकाश