बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी की महिला पहलवानों की मांग के समर्थन में किसानों की हरियाणा में अंतिम फ़ैसला लेने वाली बैठक हुई। जानिए किसान नेताओं ने क्या निर्णय लिया।
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के समर्थन में 1983 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम आई है! जानिए, इसने क्या बयान जारी किया है।
महिला पहलवानों की एफ़आईआर में बृजभूषण के 'कारनामे' अख़बार में सामने आने के बीच ही बृजभूषण के समर्थन में निकाली जाने वाली रैली आख़िर क्यों टाली गई? जानें क्या है वजह।
बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का पूरा ब्यौरा धीरे-धीरे सामने आ रहा है। एक महिला ने आरोप लगाया है कि शरीरिक संबंध बनाने के लिए सप्लीमेंट देने की पेशकश की थी।
कुछ लोग आख़िर किस आधार पर यौन उत्पीड़न के आरोपी बीजेपी सांसद और डब्ल्यूएफ़आई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बचाव कर रहे हैं? जानिए, महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न की किन-किन घटनाओं का ज़िक्र किया है।
पहलवानों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदर्शन शुरू हो गया है। यूपी, हरियाणा में कई शहरों से प्रदर्शन की खबरें हैं। अलीगढ़ के टप्पल और मुज्जफरनगर के सौरम में किसानों और खापों की पंचायत भी शुरू हो चुकी है।
महिला पहलवानों के आंदोलन से बेशक मोदी सरकार परेशान नहीं हो लेकिन हरियाणा बीजेपी के नेताओं की नींद उड़ गई है। वो दो बार केंद्रीय नेतृत्व से बात कर चुके हैं लेकिन नतीजा शून्य है।
महिला पहलवानों ने मेडल गंगा में बहाने की घोषणा से हुई किरकिरी के बाद भी क्या मोदी-शाह ब्रजभूषण को बचाने में लगे रहेंगे? क्या ब्रजभूषण के खिलाफ़ मोदी के अहंकार की वज़ह से कार्रवाई नहीं हो रही है? अपने इस रवैये से वे अपनी और कितनी फ़ज़ीहत करवाएंगे? क्या सुप्रीम कोर्ट को अब खुद संज्ञान लेकर ब्रजभूषण की गिरफ़्तारी के आदेश नहीं देने चाहिए?
पहलवान बेटियों क्यों ये सोचने के लिये मजबूर हुई कि वो मेडल गंगा में प्रवाहित करेगी ? क्यों बीजेपी सरकार बृजभूषण को बचा रही है ? क्या है सरकार की मजबूरी ? क्या उसे बेटियों की चिंता हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में कविता कृष्णन, जगमती सांगवान, पुष्प���ंद्र चौधरी, उत्कर्ष सिन्हा, मनोज सिंह और राकेश सिन्हा ।
यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि अगर आरोप साबित हुए तो मैं फांसी पर लटकने को तैयार हूं। यह बात सांसद ने आज बाराबंकी में कही।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी कल मंगलवार को महिला पहलवानों के संबंध में पत्रकारों के सवाल सुनकर भागने लगीं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और कांग्रेस ने मोदी सरकार से सवाल पूछे हैं।
किसान आंदोलन चलाने वाले सबसे बड़े संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने महिला पहलवानों के समर्थन में उतरने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कल 1 जून से 5 जून तक देशव्यापी धरना, प्रदर्शनों की घोषणा की है। जानिए पूरी बातः
मोदी सरकार की एक मंत्री मीनाक्षी लेखी महिला पहलवानों से जुड़े पत्रकारों के सवाल को टालते हुए बचकर भागने लगीं। यह वीडियो वायरल है। पत्रकार प्रेम कुमार ने इसी मुद्दे के जरिए अपनी बात कही है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने भारतीय महिला पहलवानों के साथ हो रहे बर्ताव पर चिन्ता जताते हुए भारत को चेतावनी जारी की है। अगर भारत सरकार ने तुरंत कदम नहीं उठाए तो भारत इस संस्था की सदस्यता से वंचित हो सकता है। पहलवानों ने जब अपने मेडल गंगा में बहाने की घोषणा की तो अंतरराष्ट्रीय संस्था की चेतावनी फौरन सामने आई। जानिए उसने और क्या कहाः