फिल्म गांधी गोडसेः एक युद्ध फिल्म पर बहस जारी है। इसके लेखक असगर वजाहत ने इस पर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने लिखा है कि लोग पहले फिल्म देखें, फिर टिप्पणी करें। सोशल मीडिया पर इस फिल्म की धज्जियां उड़ रही हैं।
इरफान खान का आज जन्मदिन है। बॉलीवुड से लेकर हॉलिवुड तक उनको याद किया जा रहा है कि आज इरफान होते तो अपना 55वां जन्मदिन मना रहे होते। जाने-माने फिल्म पत्रकार अजय ब्रह्मात्मज ने इरफान पर एक किताब लिखी है, ढेरों इंटरव्यू किए हैं। उसी पर आधारित है यह लेखः
'लाल सिंह चड्ढा' : फिल्म बहिष्कार का ट्रेंड क्यों? हर चीज़ को करने से पहले एक वर्ग से अनुमति ज़रूरी? सहिष्णुता दिखाने के लिए असहिष्णुता का सहारा क्यों लिया जा रहा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ इसी मुद्दे पर चर्चा
फिल्म अभिनेता सोनू सूद की चैरिटी के किस्से किसी के लिए भी प्रेरणादायक हो सकते हैं। अभी उन्होंने 50 लीवर प्लांट के लिए कैसे हल तलाशा वो बेमिसाल है। सचमुच सोनू सूद बेमिसाल है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर ने हिजाब का समर्थन किया है। उनका कहा है कि जब हमें शिक्षण संस्थाओं में पगड़ी स्वीकार है तो हिजाब क्यों नहीं। सोनम के इस बयान का सरकार समर्थित मीडिया गलत मतलब निकालकर गलत प्रचार कर रहा है। सरकार समर्थित मीडिया कह रहा है कि सोनम ने पगड़ी और हिजाब की तुलना कर दी, जबकि सोनम ने किसी भी तरह की तुलना नहीं की है।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने अपनी किताब ‘नीदर ए हॉक नार ए डव’ में लिखा है कि कारगिल जंग के वक्त वाजपेयी ने फ़िल्म अभिनेता दिलीप कुमार की भी नवाज़ शरीफ़ से फोन पर बात करवाई थी।
अदाकारी के अजीमुश्शान बादशाह दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। दुनिया भर में फैले अपने लाखों-लाख चाहने वालों को उन्होंने 7 जुलाई को अपना आखिरी अलविदा कह दिया।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के निधन से पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री शोक में डूबी है। फ़िल्म इंडस्ट्री ने कहा है कि बॉलीवुड में एक युग का अंत हो गया है।
राज कपूर बेहद संवेदनशील इंसान थे और ज़मीन से जुड़े हुए। वे दुनिया के तमाम देशों में लोकप्रिय थे, लेकिन उसका कोई गुरूर उनके भीतर नहीं था। इसी वजह से वे जहाँ भी जाते, लोगों को अपना दीवाना बना लेते।
कृष्णा के साथ उनका दाम्पत्य जीवन ख़ुशनुमा था, मगर जैसा राज का मिजाज़ था, वैसी स्थिति में जो भी होना चाहिए था, वह सब कुछ होता रहा। राज कपूर ने एक जगह हल्के फुल्के अंदाज़ में कहा भी कि सिर्फ़ इसी स्त्री को मैं आज तक खुश नहीं कर पाया हूँ।
एक दिन साहस करके राज कपूर ने विवाह का प्रस्ताव रख दिया । अफ़सोस! हेमा ने आमंत्रण ठुकरा दिया और किसी अन्य से ब्याह रचा लिया। राजकपूर की हालत ख़राब हो गई। उनका दिल टूट गया।