बीजेपी कार्यसमिति की बैठक ऐसे समय हो रही है जब किसान आंदोलन के कारण उसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में भी बड़ा सियासी नुक़सान होने का डर सता रहा है।
मोदी सरकार पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसी प्रतिष्ठित जांच एजेंसियों को विरोधी दलों के नेताओं और उनके रिश्तेदारों के वहां छापेमारी करने भेजती है।
बीजेपी बार बार क्यों आरोप लगाती है कि कांग्रेस ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को वह सम्मान नहीं दिया जिसके वह हक़दार थे? अब इसने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में अपमान किए जाने का आरोप क्यों लगाया है?
वरुण गांधी पर एक समय बीजेपी के 'फ़ायर ब्रांड’ नेता होने का लेबल चिपका था। उन्हें योगी आदित्यनाथ के बराबर खड़ा करने की तैयारी शुरू हो चुकी थी। तो फिर अब ऐसा क्या हो गया कि सबकुछ बदल गया?
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने यह कहकर विवाद छेड़ दिया है कि वे 'जी हुजूर-23' नहीं हैं। क्या इस वक़्त बीजेपी और कांग्रेस का अंदरुनी हाल एक-जैसा होता जा रहा है?
लोकसभा चुनाव तो बीजेपी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर लड़ती ही है, विधानसभा चुनावों में भी उनका ही चेहरा आगे क्यों किया जाता है? क्या इसीलिए गुजरात और उत्तराखंड जैसे राज्यों में मुख्यमंत्री के रूप में नये चेहरे उतारे जाते हैं?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । त्रिपुरा- बीजेपी-सीपीएम संघर्ष में पार्टी दफ्तरों पर हमले । 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की आज अध्यक्षता करेगा भारत
क्या आम जनता इस आशंका में रहती है कि प्रधानमंत्री बगैर किसी योजना के कभी भी कुछ भी घोषणा कर दे सकते हैं और उसका खामियाजा देश भुगतता रहेगा? पढ़ें श्रवण गर्ग का यह लेख।