ओबीसी नेताओं के इस्तीफे पर दबाव में आई बीजेपी फिलहाल निषाद पार्टी को साधने में सफल रही है। बीती रात देर तक निषादों के नेता डॉ. संजय निषाद के साथ पार्टी आलाकमान ने बैठक की। उनको सीटें आफर कीं। जानिए पूरी कहानी।
बीजेपी ने अब सपा की ओबीसी पॉलिटिक्स का जवाब देना शुरू कर दिया है। आज उसने कांग्रेस और सपा के दो ओबीसी विधायकों को पार्टी में शामिल कराया। उधर, सपा के नाराज विधायकों की खबर भी आ रही है। जानिए पूरा घटनाक्रम।
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह का बीजेपी से गठबंधन के क्या हैं मायने? क्या कांग्रेस को इसका बड़ा नुक़सान होगा और क्या आप से भी बड़ी चुनौती मिलेगी?
प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों में भीड़ जुटाने का काम करेगा सरकारी अमला। बीजेपी के नेता और एमएलए कहां गए? सबसे बड़ी पार्टी का सबसे बड़ा संगठन काम नहीं कर रहा है क्या? या टिकट कटने के डर में नाराज़ हैं पार्टी के एमएलए?
हाल में 13 राज्यों में 29 विधानसभा सीटों और 3 लोकसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजों ने बीजेपी को आख़िर क्यों हिला कर रख दिया है? जानिए, वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग क्या लिखते हैं।
बीजेपी ने बीते कुछ महीनों में ओबीसी वर्ग के लिए बड़े क़दम उठाए हैं और अब वह ओबीसी-दलित जातियों पर विशेष फ़ोकस कर रही है। बीजेपी अब ब्राह्मण और बनियों की ही पार्टी नहीं कहलाना चाहती।
5 राज्यों में चुनाव- राम के भरोसे ही जीतेगी बीजेपी? आगामी चुनावों में बीजेपी जीत के कितने दूर कितने पास? देखिए विजय त्रिवेदी शो में आगामी चुनावों को लेकर चर्चा। Satya Hindi