उत्तर प्रदेश में चुनाव में क्या बीएसपी और एआईएमआईएम ने वोट काटने वाली पार्टी के तौर पर काम किया और इससे बीजेपी को फ़ायदा हुआ? जानिए, शिवसेना नेता संजय राउत ने क्या कहा।
उत्तर प्रदेश सहित पाँच राज्यों के चुनाव नतीजों में बीजेपी के उत्साहजनक प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। जानिए उन्होंने क्या क्या कहा।
उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित पांचों राज्यों के चुनावी नतीजों का संदेश क्या है? देश की राजनीति में किन मुद्दों को लोगों ने पसंद किया? क्या महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दे हैं?
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को है। यहाँ जिन 58 विधानसभा सीटों पर मतदान है वहाँ 2017 में बीजेपी की लहर थी। क्या बीजेपी पहले चरण का इतिहास दोहरा पाएगी?
सुहेलदेव पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर की डिमांड बढ़ गई है। बीजेपी अब उन्हें किसी भी कीमत पर एनडीए में लाना चाहती है। इस काम पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की ड्यूटी लगाई गई है। जानिए पूरी राजनीति क्या है।
बीजेपी जातीय समरसता की बात करती रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले पिछड़ी जातियों के नेताओं की भगदड़ ने क्या इस पूरे नैरेटिव को धराशायी नहीं कर दिया है?
बीजेपी ने आज 107 प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची जारी की। सूची को गौर से देखने पर पता चलता है कि उसमें ओबीसी समाज के लोगों को सबसे ज्यादा टिकट दिए गए हैं।
यूपी में ओबीसी आधार वाली एक और पार्टी अपना दल में भी टूट शुरू हो गई है। विधायक चौधरी अमर सिंह ने सपा में जाने की घोषणा कर दी है। अपना दल की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर राजनीतिक फैसला लेने का दबाव बढ़ गया है। विधायक कह रहे हैं, बीजेपी से गठबंधन तोड़कर सपा से किया जाए।
यूपी बीजेपी से विधायकों का पलायन लगातार जारी है। अब 14वें विधायक के रूप में बाला प्रसाद अवस्थी ने भी बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है। पूरी कहानी जानिए।
बीजेपी में 8 ओबीसी विधायक अभी तक पार्टी छोड़ चुके हैं। जिनमें तीन मंत्री भी शामिल हैं। ताजा नाम डॉ धर्म सिंह सैनी का है। किसी पार्टी से इतने बड़े पैमाने पर ओबीसी नेताओं का मोहभंग बता रहा है कि बीजेपी का हिन्दुत्व का एजेंडा उसी पार्टी के तमाम नेताओं को नामंजूर है।