केंद्र के कृषि सेवा अध्यादेश-2020 की घोषणा के साथ ही पंजाब में इसका बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। बीजेपी का गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल भी इसके ख़िलाफ़ मुखर है।
अकाली-बीजेपी गठबंधन अब कितने दिन तक रह पाएगा? यदि यह गठबंधन टूटता है तो महाराष्ट्र में शिवसेना और झारखंड में आजसू के बाद तीसरा दल होगा जो बीजेपी से ख़ुद को अलग कर लिया होगा।