लोकसभा चुनाव 2024 के उत्साहजनक नतीजों के बाद यह ढिंढोरा पीटा गया कि आरएसएस के सक्रिय नहीं होने से भाजपा की कम सीटें आईं और गठबंधन की सरकार बनाना पड़ी। मगर यह मानना भूल होगी कि आरएसएस चुनाव में भाजपा की हार चाहता था। भाजपा की गाड़ी का स्टीयरिंग व्हील अब भी आरएसएस के हाथों में है। संघ पिछली सीट पर बैठ कर गाड़ी चला रहा है।